कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi)
Table of Contents
कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi)
कंप्यूटर क्या है – what is computer.
- हमें यूट्यूब पर जॉइन करें और पायें फ्री डेली टेक अपडेट 👈
- A to Z कंप्यूटर टर्म्स, डिक्शनरी और शब्दावली
- सीसीसी कंप्यूटर कोर्स क्या है – What is CCC Computer Course Hindi
- फ्री सीसीसी कंप्यूटर कोर्स इन हिंदी- CCC Computer Course in Hindi
कम्प्यूटर का जनक कौन है
कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में (full form of computer in hindi).
- सी – आम तौर पर
- ओ – संचालित
- एम – मशीन
- पी- विशेष रूप से
- यू- प्रयुक्त
- टी – तकनीकी
- ई – शैक्षणिक
- आर – अनुसंधान
कंप्यूटर की फुल फॉर्म इंग्लिश में (Full form of computer in english)
Commonly operated machine particularly used in technical and educational research.
- C – Commonly
- O – Operated
- M – Machine
- P- Particularly
- T – Technical
- E – Educational
- R – Research
कंप्यूटर के भागों का नाम – Computer parts Name in Hindi
- प्रोसेसर – Micro Processor.
- मदर बोर्ड – Mother Board.
- मेमोरी – Memory.
- हार्ड डिस्क – Hard Disk Drive.
- मॉडेम – Modem.
- साउंड कार्ड – Sound Card.
- मॉनिटर – Monitor.
- की-बोर्ड माउस – Keyboard/Mouse.
ये भी देखें परीक्षाओं के लिये अतिमहत्वपूर्ण
Learn computer in hindi कम्प्यूटर सीखें हिन्दी में.
- बेस्ट वेबसाइट सभी के लिये – Best Website For All देखना ना भूलें 👈
1. Basic Computer Knowledge
- Introduction to Computers – कम्प्यूटर का परिचय
- History of Computer – कंप्यूटर का इतिहास
- computer generations history in hindi – कंप्यूटर की पीढ़ी
- Computer advantages and disadvantages – कम्प्यूटर के लाभ और हानि
- Computers and the Human Brain – हमारा मस्तिष्क और कम्प्यूटर
2. Basic Structure of Computers
- Computer Functions – कंप्यूटर की कार्य प्रणाली
- Computer Hardware Structure – कंप्यूटर की हार्डवेयर संरचना
- Parts of CPU and their Functions – सीपीयू के अन्दरूनी भाग
- computer keyboard information in hindi जानिये अपने कम्प्यूटर की-बोर्ड को
- computer memory definition – कम्प्यूटर की मेमारी
3. Input and output devices definition
- Output Device – आउटपुट डिवाइस
- Input Device – इनपुट डिवाइस
4. Software and hardware definition
- What is Software in hindi – सॉफ्टवेयर क्या होता है
- What is hardware in hindi – हार्डवेयर क्या होता है
4. Operating system
- What is the operating system in Hindi ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है
- Windows XP – विंडोज एक्स पी
- Windows 7 – विंडोज 7
- Windows 8 – विंडोज 8
- Windows 10 – विंडोज 10
5. How to install operating system
- How to install windows xp – विंडोज एक्स पी इनस्टॉल करना सीखें हिन्दी में
- How to install Windows 7 – विंडोज 7 इंस्टॉल करना सीखें हिन्दी में
- How to install windows 8 – विंडोज 8 इंस्टॉल करना सीखें हिन्दी में
- How to upgrade from windows 10 – विंडोज 10 अपग्रेड कीजिये
6. Frequently asked questions (FAQ)
- What is the program प्रोग्राम क्या होते हैं।
- What is virus and antivirus in hindi – क्या होते हैं वायरस और एन्टी वायरस
- What is a browser in Hindi- ब्राउज़र क्या है?
- What are the social networking site in hindi – सोशल नेटवर्किंग साइट क्या हैं ?
- What is remote desktop connection in Hindi – क्या होता है रिमोट डेस्कटॉप
- What is difference between login and sign up लॉग इन और साइन अप क्या है
- What is the 32-bit and 64-bit in Hindi] क्या है 32 बिट और 64 बिट
- What is parental control In Hindi पैरेंटल कंट्रोल क्या है
- What is the file extension in Hindi – फ़ाइल एक्सटेंशन क्या है
- What is digital signature in Hindi – डिजिटल सिग्नेचर क्या है
- What is Printer in Hindi – प्रिटंर क्या है
- What is the information kiosk in Hindi क्या होता है सूचना कियोस्क
- What is Cyber Crime – जानें साइबर क्राइम के बारे में
- What is soft copy and hard copy – क्या होती है सॉफ्ट कॉपी और हार्ड कॉपी
- What is Internet in Hindi – इंटरनेट क्या है
- What is Booting Process in Computer – कंप्यूटर में बूटिंग क्या होती है
7. Basic Computer Operations
- How To Create a Password to your computer अपने कम्प्यूटर में पासवर्ड कैसे लगायें
- How to install a new font in computer कम्प्यूटर में नया फान्ट install कैसे करें
- How to create a shutdown icon on the desktop शटडाउन आइकन डेस्कटॉप पर कैसे बनायें
- How to set hibernate in Windows 7, and 8 विण्डोज 7 व 8 में हाइबरनेट कैसे सैट करें
- How to use calculator in windows 7 – विंडोज 7 में कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें
- How to use sticky notes on windows 7 – विंडोज 7 में स्टिकी नोट्स कैसे प्रयोग करें
- How to pin desktop icons in the Taskbar – डेस्कटॉप के आइकन को टास्कबार में कैसे लगायें
- Search For Any Files Windows – विंंडोज किसी भी फाइल को सर्च करें
- Shut Down Computer With the Power Button – पावर बटन से करें शटडाउन
- How to make windows 7 wallpaper slideshow- विण्डोज 7 में वालपेपर का स्लाइड शो
- Find the source file for a Windows shortcut – डेस्कटॉप शार्टकट से मूल फाइल का पता कैसे लगायें
- Use the On-Screen Keyboard (OSK) to type – कीजिये बिना की-बोर्ड के टाइपिंग
- How to Delete Duplicate File in Computer – कंप्यूटर से डुप्लिकेट फ़ाइलें ऐसे करें डिलीट
- How to Format Hard Disk in Hindi – हार्डडिस्क फारमेट कैसे करें
- How to Use Keyboard as a Mouse in Hindi – की-बोर्ड को बनायें माउस
8. Quick Shortcuts to Work Faster
- Computer All keyboard shortcut – कंप्यूटर सभी कीबोर्ड शॉर्टकट
- Working fast tips on Computer in Hindi – डेस्कटॉप टिप्स : विंडोज 7 में तेजी से काम करने के लिए
- How to speed up Windows 7 in Hindi – इन टिप्स से कंप्यूटर को बनाएं सुपरफास्ट
- All Run Commands For Windows 7 in Hindi – जाने विंडोज रन कमांड के जादू को
- How to print multiple files without opening – कई सारी फाइलों को बिना खोलें कैसे प्रिंट करें
- Print a List Of Files In a Folder – फ़ोल्डर की सभी फ़ाइलों की लिस्ट प्रिंट करें
- How use the God Mode in Windows 7 – विंडोज 7 में यूज करें गॉड मोड
9. Basic Computer Skills
- Learn Microsoft Word In Hindi – माइक्रोसॉफ्ट वर्ड हिंदी में जानें
- Learn Microsoft Excel In Hindi – माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल हिंदी में जानें
- Learn Microsoft Powerpoint In Hindi – माइक्रोसॉफ़्ट पावरपोइंट जानें हिंदी में
- Learn Photoshop in Hindi – फोटोशॉप सीखे हिंदी में
- Learn Pagemaker 7.0 In Hindi – पेजमेकर 7.0 सीखें
10. Other Computer tips and tricks
- PDF Tricks and Tips – पीडीएफ ट्रिक्स और टिप्स
- Internet Tips and Tricks – इंटरनेट टिप्स अौर ट्रिक्स
- YouTube Tips and Tricks – यूट्यूब टिप्स और ट्रिक्स
- Printing Tips – प्रिंटिंग टिप्स
- Parental Control Tips – पेरेंटल कंट्रोल टिप्स
- How To Guide In Hindi – हाउ टू गाइड हिन्दी में
- Google Search Tips and Tricks -गूगल सर्च के टिप्स और ट्रिक्स
- Google Now Tips and Tricks गूगल नॉउ टिप्स और ट्रिक्स हिन्दी में
- Google Map Tricks and Tips – गूगल मैप के टिप्स अौर ट्रिक्स
- Google Drive Tips and Tricks- गूगल ड्राइव के टिप्स अौर ट्रिक्स
- Google Chrome Tips and Tricks – गूगल क्रोम के टिप्स और ट्रिक्स
- Gmail Tips and Tricks – जीमेल के टिप्स और ट्रिक्स
- Cloud computing tips and tricks – क्लाउड कंप्यूटिंग के टिप्स और ट्रिक्स
- Facebook Tips and Tricks – फेसबुक के टिप्स और ट्रिक्स
- Android tips and tricks – एड्राइड के टिप्स अौर ट्रिक्स
- Blogger Tips and Tricks – ब्लागर टिप्स और ट्रिक्स
10. Hindi Typing Help
- best online offline hindi typing tools – बेस्ट ऑफलाइन हिंदी टाइपिंग टूल
- How to Type, Chat and Write in Hindi in WhatsApp – व्हाट्स ऐप चैट में हिन्दी में टाइप करें
- Hindi typing keyboard chart – हिंदी टाइपिंग के लिये फ्री की-बोर्ड शार्टकट
- How to type in hindi in ms word वर्ड में हिन्दी टाइप कैसे करें
- Online Hindi Typing Tutor (krutidev font में online हिन्दी टाइपिंग सीखें)
- Best Free Hindi OCR- बडे काम के हिन्दी ऑनलाइन ओसीआर
- How To Use Google Hindi Input – गूगल इनपुट टूल से कीजिये अपनी भाषा में काम
- Type in Kruti Dev fonts and Convert to Unicode font. कृति देव फ़ॉन्ट में लिखें और यूनिकोड फॉन्ट में कन्वर्ट करें.
Related Posts:
- Best Remote Access Software & How to Connect Two PC/Laptops In Hindi…
- Best Business Intelligence Tools In Hindi 2024
- Best WhatsApp Marketing Software In Hindi 2024
- Best PDF Readers For Android In Hindi 2024
- Best Email Marketing Software In Hindi 2024
- A to Z Full Forms of Computer Related Terms - कम्प्यूटर, इन्टरनेट अौर…
- Best Billing Websites In Hindi 2024
- Top Filmora Alternatives In Hindi 2024
- कंप्यूटर की जानकारी हिंदी में pdf - Computer information pdf in hindi
- Top AI Tools In Hindi 2024
- Best YouTube Channels To Learn Excel In Hindi 2024
- सामग्री प्रबंधन प्रणाली क्या है What Is Content Management System In Hindi…
- Best Online Photo Editing Website In 2024
- Top Google Drive Alternatives In Hindi 2024
- Best Video Meeting Software In Hindi 2024
- 7 Best Free Photo Editors In Hindi 2024
- Top Free AI Websites In Hindi 2024
- Top 5 Chrome Extensions In Hindi 2024
- माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट क्या है और कोपायलट का उपयोग कैसे करें What Is…
- Best Expense Tracking Apps In Hindi 2024
- नैनोटेक्नोलॉजी क्या है What Is Nanotechnology In Hindi 2024
- Blog क्या होता है और Blogging कैसे करते हैं - What is Blog and How To Start…
- दसवीं के बाद किए जाने वाले कंप्यूटर कोर्स Computer Courses After 10th in…
- बेसिक कंप्यूटर कोर्स क्या होता है - What Is Basic Computer Course in Hindi
- Best Hosting For WordPress Websites In Hindi 2024
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
- Computer Tips & Tricks
- Internet Tips and Tricks
- Phone Tips & Trick
- Facebook Tips
- Youtube Tips & Tricks
- For Android
- Amazing Software
- Computer Hindi Quiz
1,081 Videos
- FUNDAMENTALS
- COMPUTER PROGRAMMING
- WEB DESIGNING
- C PROGRAMMING
- CPP PROGRAMMING
- Software Engineering
Basics of Computer in Hindi: कंप्यूटर की बेसिक पूरी जानकारी
इस लेख "Basics of Computer in Hindi" में, कंप्यूटर की बेसिक पूरी जानकारी जैसे घटकों, ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क, और सुरक्षा आदि हिंदी में जानें।
Basics of Computer in Hindi : कंप्यूटर की बेसिक जानकारी जिसमें सॉफ़्टवेयर से लेके हार्डवेयर जैसे कि सीपीयू , मेमोरी , स्टोरेज जैसे घटक ; संचालन; और वे जानकारी को कैसे संसाधित और संग्रहीत करते हैं इन सभी कंप्यूटर फंडामेंटल्स को कवर करती हैं।
2024 में, टैकनोलजी, विशेष रूप से artificial intelligence (AI), हर जगह है। कंप्यूटर सीखना न केवल नौकरी कौशल के लिए बल्कि मनोरंजन, व्यवसाय करने और अपने घर से कार्यों को आसानी से प्रबंधित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
यह लेख “Basics of Computer in Hindi” आपको कंप्यूटर के बारे में समझने में मदद करता है, वास्तव में कंप्यूटर क्या है, यह कैसे काम करता है.
यदि आप कंप्यूटर की बेसिक को हिंदी में सीखने के लिए खोज रहे हैं तो यह गाइड आपके लिए संपूर्ण गाइड बुक है।
Table of Contents
कंप्यूटर की बेसिक (Basics of Computer in Hindi)
कंप्यूटर डेटा और कार्यों को संसाधित करने के लिए एक मशीन है और कंप्यूटर की बेसिक जैसे मस्तिष्क (सीपीयू), अस्थायी मेमोरी (रैम) और long-term भंडारण जैसे आवश्यक हिस्सों को कवर करती हैं।
मूल रूप से, कंप्यूटर सूचनाओं को संसाधित करने और डेटा संग्रहीत करके कार्य करते हैं। मूल रूप से, इसे समझने से आपको सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर को एक साथ प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद मिलती है।
जैसा कि मैने पहले कहा, कंप्यूटर के बारे में सीखना आज महत्वपूर्ण है। यह आपको टैकनोलजी को सुचारू रूप से चलाने, कार्यों को बेहतर ढंग से करने और बदलती डिजिटल दुनिया के अनुकूल ढलने में मदद करता है।
चाहे व्यक्तिगत उपयोग के लिए हो या कैरियर के विकास के लिए, कंप्यूटर की बेसिक बातें जानने से प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आसान हो जाता है, उत्पादकता बढ़ती है और हमारे तकनीक-केंद्रित और AI युग में समस्या-समाधान कौशल में सुधार होता है।
तो बिना किसी देरी के आइए कंप्यूटर की बेसिक बातें अच्छे से समझना शुरू करें:
कंप्यूटर की परिभाषा (Definition of a Computer)
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को संसाधित और संग्रहीत करता है, कार्य करता है और निर्देशों को निष्पादित करता है।
इसमें सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) जैसे हार्डवेयर घटक शामिल हैं, जो अस्थायी डेटा भंडारण के लिए मस्तिष्क, मेमोरी (रैम) और दीर्घकालिक डेटा प्रतिधारण के लिए हार्ड ड्राइव जैसे भंडारण उपकरणों के रूप में कार्य करता है।
- मूल रूप से, यह उपयोगकर्ताओं या पूर्व-प्रोग्राम किए गए सॉफ़्टवेयर द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर विभिन्न ऑपरेशन करता है।
- कंप्यूटर विभिन्न रूपों में आते हैं, डेस्कटॉप से लेकर लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन तक, प्रत्येक को विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- कंप्यूटर क्या है पूरी जानकारी इस लेख से पढ़े ।
आइए कंप्यूटर की बेसिक (Basics of Computer in Hindi) को समझने के लिए इसके इतिहास को जानते है –
कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)
कंप्यूटर का इतिहास एक आकर्षक यात्रा है जो प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक फैली हुई है।
यह सब अबेकस (abacus) जैसे उपकरणों से शुरू हुआ, जो गणना करने का साधन प्रदान करता था।
हालाँकि, यह 1822 में था कि चार्ल्स बैबेज , जिन्हें अक्सर कंप्यूटर का जनक कहा जाता है, ने पहला मैकेनिकल कंप्यूटर विकसित करना शुरू किया।
उनके दूरदर्शी कार्य ने 1833 में विश्लेषणात्मक इंजन के डिजाइन का नेतृत्व किया, जो एक महत्वपूर्ण अवधारणा थी जिसने सामान्य-उद्देश्य कंप्यूटिंग के लिए नींव रखी।
इन शुरुआती नवाचारों ने बाद की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया, जैसे इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, ट्रांजिस्टर, एकीकृत सर्किट, पर्सनल कंप्यूटर, इंटरनेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग के हमेशा विकसित होने वाले क्षेत्र।
- कंप्यूटर के विस्तृत इतिहास के बारे में सब कुछ जानने के लिए यहां क्लिक करें: कंप्यूटर का इतिहास विस्तार से जानें ।
कंप्यूटर के प्रकार (Types of Computer)
कंप्यूटर विभिन्न प्रकारों में आते हैं और विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। यहाँ कुछ सामान्य प्रकार के कंप्यूटर हैं:
कंप्यूटर के प्रकार | विवरण |
---|---|
निजी कंप्यूटर (PC) | व्यक्तिगत उपयोग के लिए बहुमुखी कंप्यूटर (डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट) |
वर्कस्टेशन | विशिष्ट कार्यों के लिए उच्च-प्रदर्शन वाले कंप्यूटर |
सर्वर | नेटवर्क संसाधनों और सेवाओं के प्रबंधन के लिए समर्पित कंप्यूटर |
मेनफ्रेम कंप्यूटर | गहन डेटा प्रोसेसिंग के लिए बड़े पैमाने पर कंप्यूटर |
सूपर कंप्यूटर | जटिल गणना और सिमुलेशन के लिए शक्तिशाली कंप्यूटर |
एम्बेडेड सिस्टम | कंप्यूटर विशिष्ट कार्यों के लिए उपकरणों और मशीनरी में एकीकृत होते हैं |
- कंप्यूटर के प्रकारों की अधिक जानकारी: कंप्यूटर के सभी प्रकार हिंदी में जानें ।
Basic of Computer in Hindi को समझने के लिए आपको कंप्यूटर के कंपोनेंट्स (components) को समझना होगा। तो आइए बिना समय गवाए समझना शुरू करते है –
कंप्यूटर के घटक (Components of Basics Computer in Hindi)
कंप्यूटर के घटक (components) विभिन्न हार्डवेयर तत्वों को संदर्भित करते हैं जो इसकी कार्यक्षमता को सक्षम करने के लिए मिलकर काम करते हैं। इन घटकों में शामिल हैं:
घटक (components) | विवरण |
---|---|
सीपीयू प्राथमिक घटक है जो निर्देशों को निष्पादित करने और गणना करने के लिए जिम्मेदार है। | |
रैंडम एक्सेस मेमोरी (रैम) डेटा और निर्देशों के लिए अस्थायी भंडारण प्रदान करती है जिसे सीपीयू को जल्दी से एक्सेस करने की आवश्यकता होती है। | |
स्टोरेज डिवाइस | ये डिवाइस, जैसे हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) या सॉलिड-स्टेट ड्राइव (SSD), का उपयोग डेटा, प्रोग्राम और फाइलों के दीर्घकालिक भंडारण के लिए किया जाता है। |
मदरबोर्ड एक सर्किट बोर्ड है जो कंप्यूटर के सभी हार्डवेयर घटकों के बीच संचार को जोड़ता है और अनुमति देता है। | |
पावर सप्लाई यूनिट (पीएसयू) | पीएसयू कंप्यूटर को विद्युत शक्ति की आपूर्ति करता है, इसे आउटलेट से घटकों द्वारा आवश्यक उपयुक्त वोल्टेज में परिवर्तित करता है। |
इनपुट डिवाइस, जैसे कि कीबोर्ड और माउस, उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर में डेटा और कमांड इनपुट करने में सक्षम बनाता है। | |
आउटपुट डिवाइस, जैसे मॉनिटर या प्रिंटर, उपयोगकर्ता को संसाधित जानकारी प्रदर्शित या प्रस्तुत करते हैं। | |
डिस्प्ले एडेप्टर, जिसे ग्राफिक्स कार्ड या जीपीयू के रूप में भी जाना जाता है, मॉनिटर पर छवियों और ग्राफिक्स को प्रस्तुत करने और प्रदर्शित करने के लिए जिम्मेदार है। | |
साउंड कार्ड | साउंड कार्ड कंप्यूटर को स्पीकर या हेडफ़ोन के माध्यम से ऑडियो आउटपुट उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है। |
कूलिंग सिस्टम | कूलिंग सिस्टम, जिसमें पंखे और हीट सिंक शामिल हैं, ओवरहीटिंग को रोकने के लिए कंप्यूटर के घटकों द्वारा उत्पन्न गर्मी को नियंत्रित करने और फैलाने में मदद करता है। |
- कंप्यूटर के सभी components की जानकारी यहां दिए गए हैं ।
आइए कंप्यूटर के कुछ सबसे महत्वपूर्ण घटकों को अच्छे से समझते हैं –
1. सेन्ट्रल प्रॉसेसिंग यूनिट (सीपीयू)
सीपीयू को अक्सर कंप्यूटर का मस्तिष्क कहा जाता है, यह निर्देश देता है और गणना करता है। यह सॉफ्टवेयर प्रोग्राम से कमांड की व्याख्या और निष्पादन करता है, डेटा में हेरफेर करता है और अन्य हार्डवेयर घटकों को नियंत्रित करता है।
मूल रूप से, आज के समय में, Intel, AMD और ARM सहित विभिन्न CPU निर्माता हैं। प्रत्येक ब्रांड अलग-अलग प्रदर्शन स्तरों और सुविधाओं के साथ विभिन्न मॉडल पेश करता है।
2. कंप्यूटर मेमरी (Computer Memory)
कंप्यूटर सिस्टम में डेटा और निर्देशों को स्टोर करने और एक्सेस करने के लिए मेमोरी आवश्यक है। कंप्यूटर मेमोरी के दो मुख्य प्रकार हैं:
- प्राथमिक मेमोरी : यह अस्थिर है और प्रोग्राम निष्पादन के दौरान सीपीयू द्वारा तेजी से पहुंच के लिए अस्थायी रूप से डेटा और निर्देश संग्रहीत करता है।
- सेकेंडरी मेमोरी : यह फाइलों, कार्यक्रमों और डेटा के लिए दीर्घकालिक भंडारण प्रदान करती है। यह गैर-वाष्पशील है और बिजली बंद होने पर भी सूचना को बरकरार रखता है।
मूल रूप से, प्राथमिक मेमोरी अक्सर उपयोग किए जाने वाले डेटा तक त्वरित पहुंच को सक्षम करती है, जबकि माध्यमिक मेमोरी लंबी अवधि के प्रतिधारण के लिए बड़ी भंडारण क्षमता प्रदान करती है।
3. कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices)
कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस डिजिटल डेटा को स्टोर और पुनर्प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले हार्डवेयर घटकों या माध्यमों को संदर्भित करता है।
ये उपकरण विभिन्न प्रकारों में आते हैं, प्रत्येक की अपनी विशेषताओं और अनुप्रयोगों के साथ।
यहाँ कुछ सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस दिए गए हैं:
विवरण | |
---|---|
डेटा भंडारण के लिए rotating magnetic disks का उपयोग करने वाले mechanical उपकरण है। उच्च क्षमता और आमतौर पर कंप्यूटर और में उपयोग किया जाता है। | |
सॉलिड-स्टेट ड्राइव (SSD) | तेज़ और अधिक कुशल डेटा संग्रहण के लिए फ्लैश मेमोरी-आधारित डिवाइस। एसएसडी आमतौर पर लैपटॉप और उच्च प्रदर्शन प्रणालियों में प्रयोग किया जाता है। |
USB फ्लैश ड्राइव | यूएसबी पोर्ट के माध्यम से डेटा को स्टोर करने और स्थानांतरित करने के लिए पोर्टेबल और कॉम्पैक्ट डिवाइस। फ़ाइल साझा करने और बैकअप के लिए सुविधाजनक। |
ऑप्टिकल डिस्क | सीडी, डीवीडी और ब्लू-रे डिस्क जो डेटा स्टोरेज के लिए लेजर तकनीक का उपयोग करते हैं। अक्सर सॉफ़्टवेयर वितरण और मीडिया फ़ाइलों के लिए उपयोग किया जाता है। |
नेटवर्क अटैच्ड स्टोरेज (एनएएस) | केंद्रीकृत भंडारण और फ़ाइल साझा करने के लिए एक नेटवर्क से जुड़ी समर्पित भंडारण प्रणालियाँ। |
क्लाउड स्टोरेज | रिमोट स्टोरेज इंटरनेट पर एक्सेस किया जाता है, जो विभिन्न उपकरणों से लचीलापन और पहुंच प्रदान करता है। |
4. कंप्यूटर इनपुट डिवाइस (Input Devices)
इनपुट डिवाइस एक कंप्यूटर सिस्टम के आवश्यक घटक हैं जो उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर में डेटा, कमांड और निर्देश इनपुट करने की अनुमति देते हैं। ये उपकरण उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच संचार को सक्षम करते हैं।
- आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले कुछ इनपुट उपकरणों में कीबोर्ड, माउस, टचस्क्रीन, ट्रैकपैड, स्कैनर, माइक्रोफोन, वेबकैम और गेमपैड शामिल हैं।
5. कंप्यूटर आउटपुट डिवाइस (Output Devices)
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर सिस्टम के महत्वपूर्ण घटक हैं जो कंप्यूटर द्वारा संसाधित डेटा और सूचना को प्रदर्शित या प्रस्तुत करते हैं। ये डिवाइस उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर द्वारा उत्पन्न आउटपुट को देखने और उससे इंटरैक्ट करने की अनुमति देते हैं।
- कुछ सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले आउटपुट डिवाइस में मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, हेडफ़ोन, प्रोजेक्टर, प्लॉटर, ब्रेल डिस्प्ले और हैप्टिक डिवाइस शामिल हैं।
आइए अब Basics of Computer in Hindi को और अच्छे से समझने के लिए इसके ऑपरेटिंग सिस्टम को समझते है –
ऑपरेटिंग सिस्टम (Computer Operating Systems)
ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) एक सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर संसाधनों का प्रबंधन करता है, जो उपयोगकर्ताओं और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है।
कई ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं और उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस हैं।
यहाँ कुछ लोकप्रिय कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम हैं:
ऑपरेटिंग सिस्टम | विवरण |
---|---|
विंडोज़ OS | Microsoft द्वारा विकसित Windows, पर्सनल कंप्यूटर के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और सॉफ्टवेयर संगतता की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। |
मैक ओएस | macOS, Apple द्वारा विकसित, Mac कंप्यूटरों पर उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह अपने सहज इंटरफ़ेस, Apple उपकरणों के साथ सहज एकीकरण और मजबूत सुरक्षा सुविधाओं के लिए जाना जाता है। |
लिनक्स एक ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जो विभिन्न वितरणों में आता है, जैसे कि उबंटू, फेडोरा और डेबियन। यह लचीलापन, सुरक्षा और अनुकूलन विकल्प प्रदान करता है। |
कंप्यूटर के बेसिक को अच्छे से समझने के लिए आपको यह समझना होगा कि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और ऐप्लिकेशन क्या है? तो आइए इन दोनो को समझते है –
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और अनुप्रयोग (Software/Applications)
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और निर्देशों को संदर्भित करता है जो कंप्यूटर सिस्टम को विशिष्ट कार्य को पूरा करने में सक्षम बनाता है। यह एक महत्वपूर्ण घटक है जो उपयोगकर्ताओं को हार्डवेयर के साथ इंटरैक्ट करने और इसकी क्षमताओं का उपयोग करने की अनुमति देता है।
सॉफ्टवेयर को दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है: सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर : सिस्टम सॉफ्टवेयर में ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइवर और यूटिलिटी प्रोग्राम शामिल हैं। यह कंप्यूटर संसाधनों का प्रबंधन करता है और एप्लिकेशन चलाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर : एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर में विशिष्ट कार्यों या उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन किए गए प्रोग्राम होते हैं। उदाहरणों में वर्ड प्रोसेसर (MS Word) , स्प्रेडशीट, ग्राफिक डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर और वीडियो संपादन टूल शामिल हैं।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Computer Programming Languages)
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग सॉफ्टवेयर विकसित करने और कंप्यूटर को विशिष्ट कार्य करने के लिए निर्देश देने के लिए किया जाता है।
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के दो मुख्य प्रकार हैं जो हैं:
- उच्च-स्तरीय (High-level) : उच्च-स्तरीय भाषाएँ, जैसे कि जावा , पाइथन और C / C++ , प्रोग्रामिंग के लिए अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल और सारगर्भित दृष्टिकोण प्रदान करती हैं।
- निम्न-स्तरीय (Low-level) : लो-लेवल लैंग्वेज, जैसे असेंबली लैंग्वेज , कंप्यूटर के मशीन कोड के करीब हैं।
लोकप्रिय प्रोग्रामिंग भाषाओं में जावास्क्रिप्ट , पाइथन , जावा, सी , सी++, और रूबी शामिल हैं। प्रत्येक भाषा की अपनी ताकत होती है और विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों और विकास उद्देश्यों के लिए उपयुक्त होती है।
कंप्यूटर की बुनियादी बातों (Computer fundamentals) को समझने के लिए आपको कंप्यूटर नेटवर्क के बारे में ज्ञान प्राप्त करना होगा। यह आपको आपके कंप्यूटर की बेसिक क्लियर करने में मदद करता है –
कंप्यूटर नेटवर्क (Computer Networks)
एक कंप्यूटर नेटवर्क आपस में जुड़े उपकरणों का एक संग्रह है जो संचार और संसाधनों को साझा कर सकता है। डेटा, सूचना और संसाधनों को कुशलतापूर्वक साझा करने के लिए नेटवर्क आवश्यक हैं। कंप्यूटर नेटवर्क की पूरी जानकारी यहां है ।
यहाँ कुछ सामान्य प्रकार के कंप्यूटर नेटवर्क हैं:
कंप्यूटर नेटवर्क | विवरण |
---|---|
स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (LAN) | एक सीमित भौगोलिक क्षेत्र, जैसे घर या कार्यालय के भीतर उपकरणों को जोड़ता है |
वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) | कई LAN या नेटवर्क को जोड़ने वाले एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है |
मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क (MAN) | एक शहर या महानगरीय क्षेत्र के भीतर कई LAN को जोड़ता है |
वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (WLAN) | एक विशिष्ट क्षेत्र के भीतर उपकरणों को जोड़ने के लिए वायरलेस तकनीक का उपयोग करता है |
कैम्पस एरिया नेटवर्क (CAN) | एक परिसर के वातावरण में कई LAN को जोड़ता है |
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) | सार्वजनिक नेटवर्क पर निजी नेटवर्क तक सुरक्षित पहुंच प्रदान करता है |
एक संगठन के भीतर अधिकृत उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ आंतरिक नेटवर्क | |
एक्स्ट्रानेट | नियंत्रित पहुंच के लिए चयनित बाहरी उपयोगकर्ताओं के लिए इंट्रानेट का विस्तार करता है |
- इसी तरह आप कंप्यूटर नेटवर्क टोपोलॉजी , वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) , इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) , TCP/IP मॉडल और OSI मॉडल को भी समझें।
कंप्यूटर सुरक्षा और गोपनीयता (Computer Security/Privacy)
कंप्यूटर सुरक्षा और गोपनीयता को समझना कंप्यूटर सिस्टम, व्यक्तिगत जानकारी, साइबर हमलों को रोकने और डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
मूल रूप से, मैलवेयर (वायरस, वर्म्स, रैंसमवेयर), फ़िशिंग हमलों और सोशल इंजीनियरिंग सहित कई प्रकार के कंप्यूटर ख़तरे हैं।
- Tips : कंप्यूटर सिस्टम और डेटा को सुरक्षित रखने के लिए आपको एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना होगा, मजबूत पासवर्ड और एन्क्रिप्शन आदि को लागू करना होगा।
कंप्यूटर के बेसिक के साथ, आपको कंप्यूटर के advanced के बारे में पता होना चाहिए जैसे कि:
Computer Maintenance and Troubleshooting
कंप्यूटर रखरखाव और समस्या निवारण आपके कंप्यूटर सिस्टम के सुचारू संचालन और इष्टतम प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण पहलू हैं।
यहाँ कुछ प्रमुख बिंदुओं पर विचार किया गया है:
- नियमित अपडेट : सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें
- हार्डवेयर रखरखाव : घटकों को साफ करें, ज़्यादा गरम होने से रोकें
- डिस्क क्लीनअप और डीफ्रैग्मेंटेशन : भंडारण और प्रदर्शन को अनुकूलित करें
- डेटा बैकअप : नियमित रूप से महत्वपूर्ण फाइलों का बैकअप लें
- समस्या निवारण सामान्य समस्याएँ : समस्याओं को पहचानें और हल करें
- सुरक्षित इंटरनेट व्यवहार : सुरक्षित ब्राउज़िंग आदतों का अभ्यास करें
- पेशेवर मदद लें : जटिल मुद्दों के लिए विशेषज्ञों से सलाह लें
FAQs about Basics of Computer in Hindi
यहां हिंदी में कंप्यूटर के बेसिक (Basics of Computer in Hindi) के बारे में कुछ सामान्य अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न दिए गए हैं:
उत्तर: कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है जो डेटा को प्रोसेस करता है, कार्यों को संपादित करता है, और स्टोर्ड प्रोग्राम के आदान-प्रदान के आधार पर निर्देशों का पालन करता है।
उत्तर: कंप्यूटर के मुख्य घटक में सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट), मेमोरी (रैंडम एक्सेस मेमोरी), स्टोरेज डिवाइसेज (हार्ड ड्राइव/एसएसडी), मदरबोर्ड, पावर सप्लाई, और कीबोर्ड, माउस, और मॉनिटर जैसे इनपुट/आउटपुट उपकरण शामिल होते हैं।
उत्तर: हार्ड ड्राइव या एसएसडी जैसे स्टोरेज डिवाइस डेटा, प्रोग्राम्स, और ऑपरेटिंग सिस्टम को स्थायी रूप से संग्रहित करते हैं। वे कंप्यूटर बंद होने पर भी जानकारी को रखते हैं।
उत्तर: ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) एक सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर संसाधनों का प्रबंधन करता है। यह एक यूजर इंटरफ़ेस प्रदान करता है और उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच संचार की सुविधा प्रदान करता है।
उत्तर: सॉफ़्टवेयर में सिस्टम सॉफ़्टवेयर (ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह) शामिल होता है जो विशिष्ट कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटर और एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर (जैसे वर्ड प्रोसेसर या गेम) का प्रबंधन करता है।
Download Free Computer Basics Course PDF in Hindi
आज से ही कंप्यूटर की बेसिक जानकारी हिंदी में सीखना शुरू करें! अभी हमारा मुफ़्त कंप्यूटर बेसिक्स कोर्स पीडीएफ हिंदी में डाउनलोड करें और आवश्यक डिजिटल कौशल के साथ खुद को सशक्त बनाएं!
Download Basic Computer Course Hindi
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को संसाधित करने, कार्य करने और उपयोगकर्ता के निर्देशों को निष्पादित करने में सक्षम है।
कंप्यूटर की बेसिक बातें सीखना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्तियों को कई तरीकों से सशक्त बनाता है। यह तकनीकी साक्षरता को बढ़ाता है, कुशल संचार, समस्या-समाधान और सूचना तक पहुंच को सक्षम बनाता है।
मूल रूप से, कंप्यूटर के बेसिक सिद्धांतों को समझने से करियर में उन्नति में मदद मिलती है, क्योंकि अधिकांश आधुनिक नौकरियों के लिए कंप्यूटर कौशल (skills) की आवश्यकता होती है।
मुझे उम्मीद है कि यह लेख “Basics of Computer in Hindi”, आपको कंप्यूटर के बेसिक जानकारी जैसे कंप्यूटर घटकों , ऑपरेटिंग सिस्टम , सॉफ्टवेयर, नेटवर्क , इंटरनेट , कंप्यूटर सुरक्षा, रखरखाव और समस्या निवारण को समझने में मदद करेगा।
याद रखें, इस तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में अद्यतन बने रहने के लिए निरंतर सीखना और अन्वेषण महत्वपूर्ण है।
संबंधित लेख लेखक से और अधिक
Computer fundamentals in hindi: कंप्यूटर फंडामेंटल्स क्या है [pdf], binary number system in hindi – बाइनरी नंबर सिस्टम क्या है, what is number system in hindi – नंबर सिस्टम क्या है, कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें.
अगली बार टिप्पणी के लिए इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें
Please enter an answer in digits: 15 − 5 =
- Get in Touch
- Privacy Policy
- +91 9795720993
- [email protected]
Become Our Member!
Introduction of Computer | कंप्यूटर का परिचय और विकास
- एम एस वर्ड [MS Word] , बेसिक ज्ञान [Basic Knowledge] , सी.सी.सी. महत्वपूर्ण नोटस [CCC Notes]
- - May 1, 2024
- - No Comments
Table of Contents
कंप्यूटर का परिचय और विकास
Introduction of Computer – वर्तमान समय इन्टरनेट का युग है जिसमे कंप्यूटर का ज्ञान होना अति आवश्यक है आज सभी कार्य कंप्यूटर के द्वारा किये जा रहे है चाहे ऑनलाइन क्लास हो? ऑनलाइन मार्केटिंग या ऑनलाइन मनी ट्रान्सफर कुछ भी आज सभी चीजे कंप्यूटर के माध्यम से की जा रही है, तो इसी कड़ी में हम आज की इस पोस्ट में जानेंगे की कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर का पूरा नाम? कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते है? आदि बहुत सारे सवालो का जवाब हम आज की इस पोस्ट में जानेंगे?
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति कहॉ से हुई?
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के कम्प्यूट शब्द से हुई जिसका अर्थ है कैलकुलेशन तो हम कह सकते है कि कम्प्यूटर गणना करने वाली एक मशीन है इसलिए कंप्यूटर को हिन्दी में संगणक कहा जाता है, तथा कंप्यूटर के जनक (Father of Computer) Charles Babbage जी है.
कम्प्यूटर बना है?
कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर बना है।
Full F orm of C omputer (कंप्यूटर का पूरा नाम)
C – Common
O – Operating
M – Machine
P- Particularly
U- Used for
T – Technical
E – Educational
R – Research
Generation of Computer ( कंप्यूटर की पीढ़िया)
प हली पीढ़ी
1. 1940 से 1956 की अवधि , को कंप्यूटर की पहली पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
2. पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग करके विकसित किया गया था।
3. पहली पीढ़ी के कंप्यूटर बाइनरी-कोडेड कॉन्सेप्ट ( 0-1 की भाषा) पर काम करते थे। उदाहरण: ENIAC, EDVAC, आदि।
Download – Introduction of Computer in Hindi Pdf – New!
1. 1956 से 1963 की अवधि को कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
2. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों को ट्रांजिस्टर तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
3. पहली पीढ़ी की तुलना में दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का आकार छोटा था।
तीसरी पीढ़ी
1. 1963 से 1971 की अवधि को कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
2. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर को इंटीग्रेटेड सर्किट ( IC) तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
3. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का आकार छोटा था।
4. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर ने कम बिजली की खपत की और कम गर्मी भी पैदा की।
5. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की रखरखाव लागत भी कम थी।
6. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का कंप्यूटर सिस्टम व्यावसायिक उपयोग के लिए आसान था।
1. 1972 से 2010 की अवधि को कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
2. चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों को माइक्रोप्रोसेसर तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
3. चौथी पीढ़ी में आने से कंप्यूटर आकार में बहुत छोटा हो गया ।
4. यह आम लोगों के लिए भी उपलब्ध हो गया।
पांचवी पीढ़ी
1. 2010 से अब तक की अवधि और उससे आगे , मोटे तौर पर पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटरों की अवधि के रूप में माना जाता है।
2. उस समय तक कंप्यूटर पीढ़ी को केवल हार्डवेयर के आधार पर वर्गीकृत किया जा रहा था , लेकिन पांचवीं पीढ़ी की तकनीक में सॉफ्टवेयर भी शामिल था।
3. पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटरों में उच्च क्षमता और बड़ी मेमोरी क्षमता थी।
4. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों के साथ काम करना तेज था और एक साथ कई काम किए जा सकते थे।
5. पांचवीं पीढ़ी की कुछ लोकप्रिय उन्नत तकनीकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , क्वांटम कंप्यूटेशन , नैनो टेक्नोलॉजी , पैरेलल प्रोसेसिंग आदि शामिल हैं।
Types of Computer (कंप्यूटर के प्रकार)
डेटा हैंडलिंग क्षमताओं के आधार पर , कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं:
1 . एनालॉग कंप्यूटर
2. डिजिटल कम्प्यूटर और
3. हाइब्रिड कंप्यूटर
1) एनालॉग कंप्यूटर
एनालॉग कंप्यूटर को एनालॉग डेटा को प्रोसेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है । एनालॉग डेटा निरंतर डेटा है जो लगातार बदलता रहता है।
हम कह सकते हैं कि एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग वहा किया जाता है जहां हमें हमेशा गति , तापमान , दबाव और करंट जैसे सटीक मानों की आवश्यकता नहीं होती है।
2) डिजिटल कंप्यूटर
डिजिटल कंप्यूटर को उच्च गति पर गणना और तार्किक संचालन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह डेटा को अंकों या बाइनरी नंबर ( 0 और 1) के रूप में इनपुट के रूप में स्वीकार करता है और आउटपुट का उत्पादन करने के लिए इसकी मेमोरी में संग्रहीत कार्यक्रमों के साथ इसे संसाधित करता है।
सभी आधुनिक कंप्यूटर जैसे लैपटॉप , डेस्कटॉप स्मार्टफोन सहित जिनका हम घर या कार्यालय में उपयोग करते हैं , वे डिजिटल कंप्यूटर हैं।
3) हाइब्रिड कंप्यूटर
हाइब्रिड कंप्यूटर में एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की विशेषताएं होती हैं। यह एक एनालॉग कंप्यूटर की तरह तेज़ है और इसमें डिजिटल कंप्यूटर की तरह मेमोरी और सटीकता है ।
यह एनालॉग संकेतों को स्वीकार करता है और प्रसंस्करण से पहले उन्हें डिजिटल रूप में परिवर्तित करता है। इसलिए , इसका व्यापक रूप से विशेष अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है जहां एनालॉग और डिजिटल डेटा दोनों को संसाधित किया जाता है।
उदाहरण के लिए , पेट्रोल पंपों में एक प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है जो ईंधन प्रवाह के माप को मात्रा और कीमत में परिवर्तित करता है। इसी तरह , उनका उपयोग हवाई जहाज , अस्पतालों और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में किया जाता है।
आकार के आधार पर कंप्यूटर पांच प्रकार होते हैं :
1) सुपर कंप्यूटर.
सुपर कंप्यूटर सबसे बड़े और सबसे तेज कंप्यूटर हैं । वे बड़ी मात्रा में डेटा को संसाधित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। एक सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में खरबों निर्देशों को संसाधित कर सकता है । इसमें हजारों इंटरकनेक्टेड प्रोसेसर हैं।
सुपर कंप्यूटर विशेष रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों जैसे मौसम पूर्वानुमान , वैज्ञानिक सिमुलेशन और परमाणु ऊर्जा अनुसंधान में उपयोग किए जाते हैं। पहला सुपर कंप्यूटर 1976 में रोजर क्रे द्वारा विकसित किया गया था ।
2) मेनफ्रेम कंप्यूटर
मेनफ्रेम कंप्यूटर एक साथ सैकड़ों या हजारों उपयोगकर्ताओं का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। वे एक ही समय में कई कार्यक्रमों का समर्थन कर सकते हैं। इसका मतलब है कि वे विभिन्न प्रक्रियाओं को एक साथ निष्पादित कर सकते हैं। मेनफ्रेम कंप्यूटर की ये विशेषताएं उन्हें बैंकिंग और दूरसंचार क्षेत्रों जैसे बड़े संगठनों के लिए आदर्श बनाती हैं , जिन्हें उच्च मात्रा में डेटा का प्रबंधन और प्रसंस्करण करने की आवश्यकता होती है।
3) मिनीफ्रेम या मिनीकंप्यूटर
यह एक मध्यम आकार का मल्टीप्रोसेसिंग कंप्यूटर है । इसमें दो या दो से अधिक प्रोसेसर होते हैं और एक बार में 4 से 200 उपयोगकर्ताओं का समर्थन कर सकते हैं ।
मिनीफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग संस्थानों और विभागों में बिलिंग , अकाउंटिंग और इन्वेंट्री प्रबंधन जैसे कार्यों के लिए किया जाता है।
एक मिनी कंप्यूटर मेनफ्रेम और माइक्रो कंप्यूटर के बीच स्थित होता है क्योंकि यह मेनफ्रेम से छोटा होता है लेकिन माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है।
4) वर्कस्टेशन
वर्कस्टेशन एक एकल उपयोगकर्ता कंप्यूटर है जिसे तकनीकी या वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है । इसमें तेज माइक्रोप्रोसेसर , बड़ी मात्रा में रैम और हाई स्पीड ग्राफिक एडेप्टर हैं।
यह आम तौर पर महान विशेषज्ञता के साथ एक विशिष्ट कार्य करता है ; तदनुसार , वे विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे कि ग्राफिक्स वर्कस्टेशन , म्यूजिक वर्कस्टेशन और इंजीनियरिंग डिजाइन वर्कस्टेशन।
5) माइक्रो कंप्यूटर
माइक्रो कंप्यूटर को पर्सनल कंप्यूटर के रूप में भी जाना जाता है। यह एक सामान्य-उद्देश्य वाला कंप्यूटर है जिसे व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसमें सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट , मेमोरी , स्टोरेज एरिया , इनपुट यूनिट और आउटपुट यूनिट के रूप में एक माइक्रोप्रोसेसर है। लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर के उदाहरण हैं।
वे व्यक्तिगत काम के लिए उपयुक्त हैं जो एक असाइनमेंट कर सकते हैं , एक फिल्म देख सकते हैं या कार्यालय के काम के लिए कार्यालय में हो सकते हैं।
Components of Computer ( कंप्यूटर के घटक)
कंप्यूटर में तीन मुख्य घटक होते हैं:-
1. इनपुट और आउटपुट यूनिट 2. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) 3. मेमोरी यूनिट
1. इनपुट और आउटपुट यूनिट
उपयोगकर्ता के लिए कंप्यूटर के साथ संवाद करने के लिए इनपुट और आउटपुट डिवाइस की आवश्यकता होती है।
इनपुट डिवाइस के माध्यम से हम कंप्यूटर सिस्टम में डेटा इंसर्ट करते हैं और आउटपुट डिवाइस के माध्यम से हम इनपुट डाटा का रिजल्ट प्राप्त करते है।
2. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू)
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ( CPU) एक कंप्यूटर सिस्टम का हिस्सा है जो सिस्टम के बुनियादी अंकगणितीय , तार्किक और इनपुट /आउटपुट संचालन करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम के निर्देश को पूरा करता है।
CPU को कंप्यूटर के मस्तिष्क के रूप में भी जाना जाता है। CPU की गति का उपयोग माइक्रो प्रोसेसर के प्रकार पर निर्भर करता है और इसे मेगा हर्ट्ज (मेगाहर्ट्ज) में मापा जाता है
CPU तीन भागो में विभाजित है :- 1) अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट ( ALU)
Computer में एक अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट ( ALU) एक डिजिटल सर्किट है जो अंकगणित और तार्किक संचालन करता है।
2) नियंत्रण इकाई ( CU)
कंट्रोल यूनिट एक कंप्यूटर सिस्टम के इनपुट औरआउटपुट डिवाइस को समन्वयित करता है।
3) मेमोरी यूनिट (MU)
यह Memory अस्थायी या स्थायी आधार पर कार्यक्रमों या डेटा को संग्रहीत करने के लिए जिम्मेदार है। इसमें प्राथमिक मेमोरी ( Primary Memory) और सेकेंडरी मेमोरी ( Secondary Memory) है।
Input and Output Device (इनपुट और आउटपुट यूनिट)
1. input device.
Computer में जिन devices की मदद से हम Instruction s देते हैं , उन डिवाइस को इनपुट डिवाइस कहा जाता है आसान भाषा में हम जिस भी डिवाइस से कंप्यूटर को इनपुट देते हैं।
उन्हें ही Input Device कहा जाता हैं। जैसे :- Keyboard, Mouse, Scanner, Light Pen, Etc. इन सभी इनपुट डिवाइस के जरिये हम कंप्यूटर में input देते हैं। चलिए अब हम यह समझते है यह Input Device कैसे है :-
Keyboard ( कीबोर्ड)
Keyboard, कंप्यूटर में सबसे अहम भूमिका निभाता है क्योकि हम कीबोर्ड द्वारा ही कंप्यूटर में डाटा डालने डालने का कार्य करते है तथा ये Text और Character को इनपुट करने के लिए उपयोग में लाया जाता हैं। इसके अलावा कंप्यूटर में हम लिखने का जितना भी कार्य होता हैं , उसे कीबोर्ड के द्वारा ही करते है इसलिए हम कह सकते है की Keyboard Inpute Device है.
Mouse ( माउस)
Keyboard के बाद दूसरे नंबर पर Mouse आता है इसकी की मदद से हम कंप्यूटर में किसी भी शेप को बना सकते है तथा Mouse Pointer के द्वारा किसी भी एप्लीकेशन को आसानी से खोल और बंद कर सकते है ।
माउस में 2 बटन होते हैं , जिन्हें लेफ्ट क्लिक और राईट क्लिक कहते हैं। और एक बीच में स्क्रॉल बटन होता हैं , जिससे हम पेज को ऊपर एवं नीचे कर सकते हैं।
Scanner ( स्कैनर)
स्कैनर भी इनपुट डिवाइस होते हैं , स्कैनर के जरिये हम किसी भी पेज , डॉक्यूमेंट , फोटो आदि को स्कैन कर उसे सीधे कंप्यूटर में इनपुट कर सकते है स्कैन करने के बाद हम document s या फोटो को Edit भी कर सकते हैं।
Light Pen ( लाइट पेन)
Light Pen भी एक इनपुट डिवाइस हैं। इसका इस्तेमाल कंप्यूटर में चित्र या ग्राफ़िक को बनाने के लिए किया जाता हैं। इसके अलावा टच स्क्रीन वाले कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल डिस्प्ले टच करने के लिए भी किया जाता हैं। इसे पॉइंटर डिवाइस भी कहा जाता हैं।
Micro Phone ( माइक्रो फोन)
माइक्रोफोन भी एक इनपुट डिवाइस हैं। माइक्रोफोन का उपयोग voice record करने के लिए किया जाता हैं। हम जो कुछ भी बोलते हैं , वो माइक्रोफोन के जरिये कंप्यूटर में इनपुट होती हैं। इस प्रकार माइक्रोफोन भी एक इनपुट डिवाइस होता हैं।
इस प्रकार से वह सभी Devices जिनके माध्यम से हम Computer को input देते है Input Devices कहलाते है नीचे कुछ और Input Device दिए गए है:-
KEYBOARD, MOUSE, JOYSTICKS , LIGHT PEN,GRAPHICS TABLET, TOUCH SCREEN, TOUCH PAD ,TRACKBALL,SCANNER MICR( Magnetic Ink Character Recognition), OCR (Optical Character Recognition),OMR (Optical Mark reader) Bar code Reader, Microphone, Digital Camera , Biometric Sensor etc.
2. OUTPUT DEVICE
कंप्यूटर को इनपुट देने के बाद हमें जिन डिवाइस के जरिये रिजल्ट प्रदान होता हैं , उसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता हैं। जैसे :- Monitor, Printer, Projector, Speaker आदि . ये सभी आउटपुट डिवाइस हैं।
इन आउटपुट डिवाइस की मदद से हमें कंप्यूटर से आउटपुट मिलता हैं। अब समझते है की इन्हें Output Device क्यों कहा जाता है:-
Monitor ( मॉनिटर)
Monitor, कंप्यूटर का सबसे महत्पूर्ण डिवाइस हैं। मॉनिटर के बिना कंप्यूटर अधूरा हैं , इसके बिना कंप्यूटर का use कर पाना संभव नहीं हैं। हम कंप्यूटर को जो भी इनपुट देते हैं , आउटपुट के रूप में हमें मॉनिटर के जरिये वही मिलता हैं।
यह दिखने में बिलकुल TV की तरह ही होते हैं वर्तमान समय में अब कई प्रकार के मॉनिटर मार्किट में उपलब्ध है जैसे – LED, TFT, CRT आदि.
Printer ( प्रिन्टर)
प्रिंटर का प्रयोग किसी भी डाटा या फोटो को पेज में प्रिन्ट करने के लिए किया जाता हैं। ये भी एक आउटपुट डिवाइस हैं। अगर हमें किसी डॉक्यूमेंट या फोटो का प्रिन्ट चाहिए तो हम कंप्यूटर से इनपुट देंगे , और आउटपुट के रूप में प्रिन्टर के जरिये हमें उस डाटा या फोटो का प्रिंटआउट मिल जाता हैं इस प्रकार से हम कह सकते है की प्रिंटर भी आउटपुट device है.
Projector ( प्रोजेक्टर)
प्रोजेक्टर भी एक आउटपुट डिवाइस है। प्रोजेक्टर वो डिवाइस होती है जिसकी मदद से हम कंप्यूटर की display को दूसरे स्क्रीन पर दिखा सकते हैं।
हम कंप्यूटर के डिस्प्ले को बड़ी स्क्रीन पर देखना चाहते हैं , तो इसके लिए प्रोजेक्टर की आवश्यता पढ़ती हैं इस प्रकार से प्रोजेक्टर भी आउटपुट device है.
Speaker ( स्पीकर)
कंप्यूटर पर हम स्पीकर के द्वारा उसमे बजाए जा रहे म्यूजिक को सुन सकते हैं। स्पीकर का इस्तेमाल विडियो की आवाज़ , गाने , या रिकॉर्ड की गयी आवाज़ को सुनने के लिए किया जाता हैं।
जब हम कंप्यूटर में विडियो देखने या म्यूजिक सुनने के लिए इनपुट देते हैं तो स्पीकर की मदद से ही हमें उसका आउटपुट मिलता हैं इस प्रकार से स्पीकर भी आउटपुट device है.
COMPUTER MEMORY (कंप्यूटर मेमोरी)
कंप्यूटर मेमोरी कंप्यूटर सिस्टम में सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। यह आंतरिक या बाहरी भंडारण क्षेत्र है , जो बाइनरी नंबर के रूप में प्रसंस्करण के दौरान डेटा और निर्देश को रखता है।
कंप्यूटर मेमोरी को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है – 1. प्राथमिक मेमोरी ( Main Memory) और 2. माध्यमिक मेमोरी ( Secondary Memory)
1. प्राथमिक मेमोरी ( Main Memory)
इसे मुख्य मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह डेटा और निर्देशों को रखने के लिए कंप्यूटर द्वारा उपयोग की जाने वाली आंतरिक भंडारण मेमोरी है। प्राथमिक मेमोरी में भंडारण क्षमता सीमित होती है। प्राथमिक मेमोरी प्रकृति में अस्थिर है यानी इसे वर्तमान जानकारी को गति देने के लिए निरंतर बिजली की आपूर्ति की आवश्यकता होती है।
प्राथमिक मेमोरी दो प्रकार की होती है 1. रैम ( RAM) 2. रोम ( ROM)
1. रैंडम एक्सेस मेमोरी ( RAM) – यह आंतरिक मेमोरी है जिसे पढ़ने के साथ-साथ लिखा भी जा सकता है। यह मेमोरी अस्थिर मेमोरी ( Volatile Memory) है इसके लिए विद्युत प्रवाह के निरंतर प्रवाह की आवश्यकता होती है।
2. रीड ओनली मेमोरी ( ROM) – इस मेमेारी में जो भी डाटा एक बार संग्रहित हो जाता है , उसे बदला नहीं जा सकता है। इसलिए Data को केवल पढ़ा और इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मेमोरी को नॉन-वोलेटाइल मेमोरी कहा जाता है।
कैश मेमोरी ( Cache Memory)
कैश ( Cache Memory) मेमोरी बेहद तेज मेमोरी है जिसे कंप्यूटर की सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में बनाया गया है या इसके बगल में एक अलग चिप लगी है।
2. स्टोरेज डिवाइस / सेकेंडरी मेमोरी ( secondary Memory)
सेकेंडरी मेमोरी को सेकेंडरी स्टोरेज मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह प्राइमरी मेमोरी से धीमी और सस्ती है। यह एक स्थायी भंडारण उपकरण है।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में अन्तर ( Concept of Hardware & Software)
एक कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का एक संयोजन है। ये दोनों संयुक्त रूप से काम करते हैं और कंप्यूटर को इसके लिए निर्देश देते हैं।
हार्डवेयर ( Hardware) –
कम्प्यूटर के वे पार्टस जिन्हे हम छू सकते है हार्डवेयर कहलाते है जैसे कीबोर्ड , माउस , मॉनिटर और प्रिंटर आदि
सॉफ्टवेयर ( Software)
सॉफ्टवेयर ( Software) कंप्यूटर प्रोग्राम , प्रक्रिया और संबंधित डेटा का एक संग्रह है जो कंप्यूटर को यह बताने के लिए निर्देश प्रदान करता है कि यह क्या और कैसे करता है।
सॉफ्टवेयर को दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है – 1. सिस्टम सॉफ्टवेयर ( System Software) 2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ( Application Software)
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर ( System Software)
यह उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के घटक के बीच इंटरफेस भी प्रदान करता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ सामान्य उदाहरण सभी ऑपरेटिंग सिस्टम हैं जैसे WINDOW, LINEX, UNIX, ANDROID आदि।
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ( Application Software)
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जिसे उपयोगकर्ता को कार्य करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह विशिष्ट उपयोगों या अनुप्रयोगों के लिए डिजाइन किए गए निर्देशों या कार्यक्रमों का एक समूह है ,
संख्या प्रणाली ( NUMBER SYSTEMS)
1. बाइनरी नंबर सिस्टम ( binary number systems).
बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल दो अंक होते हैं 0 और 1. सभी डेटा 0 और 1 के रूप में परिवर्तित होते हैं और बाइनरी नम्बर सिस्टम पर डिजिटल कंप्यूटर काम करते हैं। बाइनरी नंबर सिस्टम का बेस 2 है।
2. दशमलव संख्या प्रणाली ( DECIMAL NUMBER SYSTEMS)
दशमलव संख्या प्रणाली में एक संख्या का प्रतिनिधित्व करने के लिए 8 प्रतीक हैं। इसलिए इस संख्या प्रणाली का आधार 10 है और अंकों का उपयोग 0 से 9 तक किया जाता है।
3. ऑक्टल नंबर सिस्टम ( OCTAL NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में एक संख्या का प्रतिनिधित्व करने के लिए 8 प्रतीक हैं। इसका बेस (आधार) 8 है और इसमें अंक 0 से 7 तक उपयोग किए जाते हैं।
4. हेक्साडेसिमल नंबर सिस्टम ( HEXADECIMAL NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में 16 अंक उपलब्ध हैं। ये 0 से 9 और A से F हैं , जहां A 10 को दर्शाता है , B 11 को दर्शाता है , C 12 को दर्शाता है , D 13, E14 और F 15 को दर्शाता है इस संख्या प्रणाली में 16 अंक हैं इसलिए इसका बेस (आधार) 16 होता है।
Unit of Computer Memory measurement
Bit – The smallest unit of data. is is either 0 or 1 Nible – A group of 4 bits Byte – A group of 8 bits Kilobyte (KB)- 1Kb = 1024 bytes Megabyte (MB)- 1Mb = 1024 Kb Gigabyte (GB)- 1 GB = 1024MB Terabyte (TB)- 1TB = 1024GB
Facebook Account को Permanent Delete कैसे करते है?
Google Meet क्या है, यह कैसे काम करता है तथा इसे कैसे Download करे?
IP Address क्या होता है तथा यह कैसे काम करता है?
आशा है की पूरी पोस्ट पढने के बाद आपको कंप्यूटर का परिचय और विकास का बेसिक ज्ञान हो गया होगा.
5 Differences Between Desktop and Laptop in Hindi
Operating System for Mobile Phone and which Operating System is best for Mobile in Hindi
What is Windows in Computer and its Features (विंडोज क्या है और इसकी विशेषताएं क्या है) – New!
Difference Between Cut and Delete | कट और डिलीट के बीच में क्या अंतर है
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
This Website Blog related to Computer Basic/Advance Knowledge in Hindi Written by Rajesh Sir (20+ Years Teaching Experience of Computer)
Most Recent Posts
- Certificate Courses
- Computer Courses
- Google Sheet
- Govt Exams Preparation
- Typing [ट्यपिंग]
- Uncategorized
- UP Sarkari Job
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न [GK]
- आनलाइन अर्निंग साइट [Online Earning Sits]
- इंटरनेट ज्ञान [Internet]
- एक्सेल मैक्रो
- एम एस वर्ड [MS Word]
- एस एस एक्से्ल [Excel]
- कंप्यूटर बुक्स [Computer Books]
- कम्प्यूटर हार्डवेयर ज्ञान [Computer Hardware]
- कोरल ड्रा [Corel Draw]
- गूगल ड्राइव [Google Drive]
- टेक्नोलॉजी [Technology]
- टेक्नोलॉजी [Technology]इंटरनेट ज्ञान [Internet]
- टैली [Tally]
- डाउनलोड [Download]
- डिजीटल मार्केटिंग ज्ञान [Digital Marketing]
- पावर पाइंट [Power Point]
- फॉटोशॉप [Photoshop]
- बेसिक ज्ञान [Basic Knowledge]
- लिब्रा आफिस [Libre Office]
- सी.सी.सी. महत्वपूर्ण नोटस [CCC Notes]
Best Computer Training Center in Lucknow -Excellent Computer Education
How to select vertical text in ms word in hindi, create a search box in excel using conditional formatting || जाने excel मे search box कैसे बनाते है.
- Certificate Courses (13)
- Computer Courses (17)
- Diploma (11)
- Education (3)
- Google Sheet (7)
- Govt Exams Preparation (23)
- Typing [ट्यपिंग] (21)
- Uncategorized (1)
- UP Sarkari Job (19)
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न [GK] (30)
- आनलाइन अर्निंग साइट [Online Earning Sits] (6)
- इंटरनेट ज्ञान [Internet] (66)
- एक्सेल मैक्रो (4)
- एम एस वर्ड [MS Word] (97)
- एस एस एक्से्ल [Excel] (297)
- कंप्यूटर बुक्स [Computer Books] (1)
- कम्प्यूटर हार्डवेयर ज्ञान [Computer Hardware] (20)
- कोरल ड्रा [Corel Draw] (27)
- गूगल ड्राइव [Google Drive] (5)
- टेक्नोलॉजी [Technology] (39)
- टेक्नोलॉजी [Technology]इंटरनेट ज्ञान [Internet] (13)
- टैली [Tally] (83)
- डाउनलोड [Download] (24)
- डिजीटल मार्केटिंग ज्ञान [Digital Marketing] (26)
- पावर पाइंट [Power Point] (13)
- फॉटोशॉप [Photoshop] (11)
- बेसिक ज्ञान [Basic Knowledge] (100)
- लिब्रा आफिस [Libre Office] (21)
- सी.सी.सी. महत्वपूर्ण नोटस [CCC Notes] (69)
- Advantage and disadvantage in AI
- Advantage and Disadvantage of using ChatGPT
- Artificial Inteligence
- basic computer
- Cloud Computing
- Compare Two List in Excel
- Computer Hardware
- Computer Training
- cyber crime
- Difference between Xlookup and Vlookup
- Digital Marketing
- Excel Macro
- Govt Exam Preparation
- Keyboard Shortcuts
- Libre Office
- Libre Office Writer Notes
- libreoffice calc
- Microsoft Word
- NIELIT Course
- pivot table
- Typing Software
- Video Conferencing
- What is Artificial Intelligence in hindi
- What is ChatGpt in Hindi
Excellent Computer is Best Computer Training Center for Learn Job Oriented/ Professional Computer Courses in Online and Offline.
Quick Links
Google business, terms and condition of institute, our courses, how it works, accessibility, terms & conditions, privacy policy, download our app.
© 2024 Created with Excellent Computer Education, Lucknow
CHAPTER 1 INTRODUCTION TO COMPUTER SYSTEM
Sep 02, 2014
1.17k likes | 1.68k Views
CHAPTER 1 INTRODUCTION TO COMPUTER SYSTEM. This chapter will cover the following topics: Computer Hardware and Information Technology Infrastructure The Computer System How Computers Represent Data The CPU and Primary Storage Microprocessors and Processing Power
Share Presentation
- program instructions
- web browser
- control unit
- arithmetic logic unit
- web browser program instructions
Presentation Transcript
CHAPTER 1INTRODUCTION TO COMPUTER SYSTEM
This chapter will cover the following topics: • Computer Hardware and Information Technology Infrastructure • The Computer System • How Computers Represent Data • The CPU and Primary Storage • Microprocessors and Processing Power • Multiple Processors and Parallel Processing • Storage Input, and Output Technology • Secondary Storage Technology • Input and Output Devices • Categories of Computers and Computer Systems • Computer Software • Programming Languange
Computer Hardware and Information Technology Infrastructure • Components of IT infrastructure consist of software, data, and networks – require computer hardware for their storage or operation.
The Computer System • Computer system consists of (see Figure 0.1): • central processing unit (CPU) • primary storage • secondary storage • input devices • output devices • Communications devices.
Communication Devices Secondary Storage - Magnetic disk Buses Primary Storage Central Processing Unit (CPU) Input Devices - Keyboard Output Devices - Printers Figure 0.1: Hardware Component of Computer Systems
power supply drive bays processor ports memory sound card video card The System Unit • What are common components inside the system unit? • Processor • Memory • Adaptercards • Sound card • Video card • Ports • Drive bays • Powersupply
The System Unit • What is themotherboard? • Main circuit board in system unit • Contains adapter cards, processor chips, andmemory chips • Also calledsystem board
The CPU • manipulates raw data into more useful form and controls the other parts of the computer system. • Primary storage • temporarily stores data and program instructions during processing. • Secondary storage • devices store data and programs when they are not being used in processing.
Input devices • convert data and instructions into electronic form for input into the computer. • Output devices • convert electronic data produced by the computer system and display them in a form that people can understand. • Communication devices • provide connections between the computer and communications networks.
Buses • are circuitry paths for transmitting data and signals among the parts of the computer system.
How Computers Represent Data • All symbols, pictures or words must be reduced to a string of binary digits. • A binary digit is called a bit and represents either a 0 or a 1. • These are the only digits in the binary or base 2, number system used by computers. • A string of eight bits used to store one number or character in a computer system is called a byte (see Figure 0.2).
One byte for character A 01000001 • The computer representation in ASCII for the name Alice is • 01000001 A • 01001100 L • 01001001 I • 01000011 C • 01000101 E
To represent the numbers 0 through 9 and the letters a through z and A through Z, computer designers have created coding systems consisting of several hundred standard codes. • In one code, for instance, the binary number 01000001 stands for the letter A.
Two common coding systems are Extended Binary Coded Decimal Interchange Code (EBCDIC) and American Standard Code for Information Interchange (ASCII). See Table 0.1. • EBCDIC represents every number, alphabetic character, or special character with eight bits, used primarily in IBM and other mainframe computers. • ASCII was originally designed as a seven-bit code, but most computers use eight-bit versions.
ASCII is used in data transmission, PCs and some larger computers. • The computers store a picture by creating a grid overlay of the picture. • Each single point in this grid, or matrix is called a pixel (picture element) and consists of a number of bits.
Step 1.The user presses the capital letter D (shift+D key) on the keyboard. Step 4.After processing, the binary code for the capital letter D is converted to an image, and displayed on the output device. Data Representation • How is a letter converted to binary form and back? Step 2.An electronic signal for the capital letter D is sent to the system unit. Step 3.The signal for the capital letter D is converted to its ASCII binary code (01000100) and is stored in memory for processing.
The CPU and Primary Storage • The CPU is the part of the computer system where the manipulation of symbols, numbers, and letters occurs, and it controls the other parts of the computer system. The CPU
Processor Control Unit Arithmetic Logic Unit (ALU) InstructionsDataInformation InstructionsDataInformation Processor • What is thecentral processing unit (CPU)? • Interprets and carries out basic instructions that operate a computer Control Unit Arithmetic Logic Unit (ALU) • Control unit directs and coordinates operations in computer Memory InputDevices OutputDevices Data Information • Arithmetic logic unit (ALU) performs arithmetic, comparison, and logical operations • Also called theprocessor StorageDevices
Memory Processor ALU Control Unit Processor • What is amachine cycle? • Four operations of the CPU comprise a machine cycle Step 1. FetchObtain program instruction or data item from memory Step 2. DecodeTranslate instruction into commands Step 4. StoreWrite result to memory Step 3. ExecuteCarry out command
Central Processing Unit (CPU) Primary Storage Arithmetic Logic Unit (ALU) 22 + 11 = 33 I 8 Control Unit # U Data Bus Address Bus Control Bus The CPU and Primary Storage
Three kinds of busses linked between the CPU, primary storage and the other devices in the computer system: • Data bus • Pass information in bi-directional. • Address bus • Transmits signals for locating a given address in primary storage, indicating where data should be placed. • Control bus • Transmits signal specifying whether to read or write data to or from primary storage address, input device or output device.
The characteristics of the CPU and primary storage are very important in determining a computer’s speed and capabilities
The Arithmetic-Logic Unit and Control Unit • An arithmetic logic unit (ALU) and control unit is one of the core components of all central processing units. • The ALU performs the computer’s principal logical and arithmetic operations. • It adds, subtracts, multiples, and divides, determining whether a number is positive, negative, or zero.
ALU must be able to determine when one quantity is greater than or less than another and when two quantities are equal. • The control unit coordinates and controls the other parts of the computer system. • It reads a stored program, one instruction at a time and directs other components of the computer system to perform the program’s required tasks.
Intel Processor Desired Clock Speed Itanium or Xeon 1.3 GHz and up 3.0 GHz and up 2.4 GHz to 3.0 GHz Up to 2.4 GHz 2.2 GHz and up Pentium family Celeron Processor • The faster the processor, the more expensive the computer • Which processor should you select?
Primary Storage • Primary storage is a category of computer storage, often called main memory. • Has three functions: • Stores all or part of the program that is being executed. • Stores the operating system programs that manage the operation of the computer. • Holds data that the program is using. • Data and program are placed in primary storage before processing, between processing steps and after processing has ended prior to being returned to secondary storage or released as output.
Memory • By number of bytes available for storage • How is memory measured? Term Abbreviation Approximate Size Kilobyte KB or K 1 thousand bytes Megabyte MB 1 million bytes Gigabyte GB 1 billion bytes Terabyte TB 1 trillion bytes
Modern primary storage devices include: • Random access memory (RAM) • is used for short-term storage of data or program instructions. RAM is volatile. Its contents will be lost when the computer’s electric supply is disrupted by a power outage or when the computer turned off. • Read-only memory (ROM) • can only be read from. It cannot be written to. ROM chips come from the manufacturer with programs already burned in, or stored. ROM is used in general-purpose computers to store important or frequently used programs, such as computing routine for calculating the square roots of numbers.
Memory • What israndom access memory (RAM)? Memory chips that can be read from and written to by processor Also called main memory or primary storage Most RAM is volatile, it is lost when computer’s power is turned off The more RAM a computer has, the faster it responds
RAM RAM Memory • How do program instructions transfer in and out of RAM? Step 1.When you start the computer, certain operating system files are loaded into RAM from the hard disk. The operating system displays the user interface on the screen. Operating system interface Operating system instructions Step 2.When you start a Web browser, the program’s instructions are loaded into RAM from the hard disk. The Web browser window is displayed on the screen. Web browser instructions Web browser window Step 3.When you start a word processing program, the program’s instructions are loaded into RAM from the hard disk. The word processing program, along with the Web Browser and certain operating system instructions are in RAM. The word processing program window is displayed on the screen. Word processing program instructions Word processing program window Step 4.When you quit a program, such as the Web browser, its program instructions are removed from RAM. The Web browser is no longer displayed on the screen. Web browser program instructions are removed from RAM Web browser window is no longer displayed on desktop
Most common type Do not have tobe re-energizedas often asDRAM Must be re-energized constantly Faster and more reliable than DRAM chips Memory • What are two basic types of RAM chips? Static RAM (SRAM) Dynamic RAM (DRAM) • Newer Type: Magnetoresistive RAM (MRAM)
Memory • What isread-only memory (ROM)? Memory chips that store permanent data and instructions Nonvolatile memory, it is not lost when computer’s power is turned off Three types: EEPROM(electrically erasable programmable read-only memory)—Type of PROM containing microcode programmer can erase Firmware—Manufactured with permanently written data, instructions, or information PROM(programmable read-only memory)—Blank ROM chip onto which a programmer can write permanently
Storage, Input, and Output Technology • Storage, input and output devices are called peripheral devices because they are outside the main computer system unit.
Secondary Storage Technology • Secondary storage is used for relatively long term storage of data outside the CPU. • Secondary storage is nonvolatile and retains data even when the computer is turned off. • The most technologies are magnetic disk, optical disk and magnetic tape.
Storage • Holds data, instructions, and information for future use • What isstorage? • Storage mediumis physical material used for storage • Also called secondary storage
Memory(most RAM)(chips on motherboard) Screen Display Storage Medium(floppy disks, Zip disks,hard disks, CDs) Storage • How does volatility compare? • Storage medium is nonvolatile—contents retained when power is off • Memory is volatile—holds data and instructions temporarily ON OFF Display appears Display disappears Volatile Data andinstructions available to user Data and instructions erased Contents available to user Contents retained Nonvolatile
Magnetic disk • There are two kinds of magnetic disk: • floppy disks • hard disks • Magnetic Disks permit direct access to individual records so that data stored on the disk can be directly accessed regardless of the order in which the data were originally recorded. • Disk storage is often referred to as a direct access storage device (DASD).
shutter shell liner magneticcoating metal hub flexible thin film Magnetic Disks • What is afloppy disk? • Portable, inexpensive storage medium (also called diskette) • Thin, circular, flexible film enclosedin 3.5” wide plastic shell • What is afloppy disk drive? • Device that reads from andwrites to floppy disk • One floppy drive, named drive A • Also called secondary storage
Magnetic Disks hard disk installedin system unit • What is ahard disk? • High-capacity storage • Consists of several inflexible, circular platters that store items electronically • Components enclosed in airtight, sealed case for protection
Trackis narrow recording bandthat forms fullcircle on disk • Sectorstores up to512 bytesof data Magnetic Disks • What aretracks andsectors? Formatting prepares disk for use and marks bad sectors as unusable
Magnetic Disks • How does a hard disk work? Step 3.When software requests a disk access, read/write heads determine current or new location of data. Step 2.Small motor spins platters while computer is running. Step 4.Head actuator positions read/write head arms over correct location on platters to read or write data. Step 1.Circuit board controls movement of head actuator and a small motor.
Optical Disk • Also called compact disks or laser optical disks, used laser technology to store data at densities many times greater than those of magnetic disks. • The most common optical disk system used with PCs called CD-ROM (compact disk read only memory). • CD-ROM is read-only storage.
Optical Discs Push the button toslide out the tray. • What areoptical discs? • Flat, round, portable metal discs made of metal, plastic, and lacquer Insert the disc,label side up. • Can be read only or read/write • Most PCs include an optical disc drive Push the same buttonto close the tray.
disc label lens lens pit land Step 3.Reflected light is deflected to alight-sensing diode, which sends digital signals of 1 to computer. Absence of reflected light is read as digital signal of 0. 0 1 prism prism light-sensingdiode light-sensingdiode laserdiode laserdiode Optical Discs • How does a laser read data on an optical disc? Step 2.If light strikesa pit, it scatters. If light strikes a land, it is reflected back toward diode. Step 1.Laser diode shines a light beam towarddisc.
Optical Discs • How is data stored on an optical disc? • Typically stored in singletrack • Track divided into evenly sizedsectorsthat store items single trackspirals to edgeof disc disc sectors
WORM (write once/read memory) or CD-R (compact disk-recordable) optical disk systems allow users to record data only once on an optical disk. • New CD-RW (CD-Rewritable) technology has been developed to allow users to create rewritable optical disks. • Digital-video disks (DVDs) also called digital versatile disks are optical disks the same size as CD-ROMs but of even higher capacity (minimum of 4.7 gigabytes of data).
Optical Discs • What is aCD-ROM? • Compactdiscread-onlymemory • Cannot erase or modify contents • Typically holds 650 MB to 1 GB • Commonly used to distribute multimedia and complex software
Optical Discs • What areCD-Rs and CD-RWs? Must haveCD recorderor CD-R drive CD-R (compact disc-recordable) —cdisc you can write on once Cannot erasedisc’s contents CD-RW (compact disc-rewritable) —ceerasable disc you can write onmultiple times Must haveCD-RW softwareandCD-RW drive
Optical Discs • What is aDVD-ROM(digital versatile disc-ROM or digital video disc-ROM)? • High capacity disc capable of storing 4.7 GB to 17 GB • Must haveDVD-ROM driveor DVD player to read DVD-ROM • Stores databases, music, complex software, and movies
Optical Discs • How does a DVD-ROM store data? • Two layers of pits are used, lower layer is semitransparent so laser can read through • Some are double-sided • Blu-Ray discs currently have a storage capacity of up to 27 GB
- More by User
Chapter 1 Introduction to Operating System
Chapter 1 Introduction to Operating System. Bernard Chen Spring 2007. Outline. 1.1 What is OS 1.2 Computer System Organization 1.3 Computer System Architecture 1.4 OS Structure 1.5 OS Operations 1.6-1.8 Process, Memory, Storage management 1.9 Protection and Security 1.10~ Systems.
1.12k views • 48 slides
Chapter 1 An Introduction to Computer Science
Chapter 1 An Introduction to Computer Science. 1. Objectives. After studying this chapter, students will be able to: Understand the definition of computer science Write everyday algorithms and evaluate them to determine if they are ambiguous or not effectively computable.
625 views • 35 slides
Chapter 1: Introduction to the Personal Computer
Chapter 1: Introduction to the Personal Computer. IT Essentials: PC Hardware and Software v4.1. Chapter 1 Objectives. 1.1 Explain the IT industry certification 1.2 Describe a computer system 1.3 Identify the names, purposes, and characteristics of cases and power supplies
3.08k views • 50 slides
Chapter 1 Introduction to Control System
Objectives. Distinguish between open-loop and closed-loop control systems.Understand control system block diagrams.Explain transfer functions.Differentiate between analog and digital control systems.Know how process control systems work.Know how servomechanisms work.. Control Systems. Control S
1.26k views • 39 slides
Introduction To Computer System
Chapter 1. Introduction To Computer System. Prepared By : Dr. Sherif Elseuofi. Introduction. What is the Computer ?
147 views • 0 slides
Introduction To Computer System . جامعة أم القرى قسم السنة التحضيريه اعداد: أعضاء هيئة التدريس. Computer Generations. First Second Third Fourth. Computer Generations. The First Transistor (1948). IBM 360 Computer System. IBM 704. Used discrete transistors. IBM 709 Mainframe.
1.15k views • 84 slides
Chapter 1 An Introduction to Computer Science. 1. Introduction . Misconceptions Computer science is: The study of computers The study of how to write computer programs The study of the uses and applications of computers and software. The Definition of Computer Science.
1.59k views • 34 slides
Chapter 1: Introduction to Computer Science
Chapter 1: Introduction to Computer Science . Introduction to Computer Science Using Ruby. What is Computer Science? . The study of algorithm design and implementation Algorithm : the description of the steps required to solve a problem
360 views • 15 slides
Chapter 1 Introduction to Computer Repair
Chapter 1 Introduction to Computer Repair. Certifications. Certifications May substitute for experience May get them an interview Shows they know the basic information for the job
910 views • 41 slides
1.48k views • 101 slides
Chapter 1: Introduction to oerating system
TOPICS Computer & Software Operating System Strategies. Learning Objectives : Introduction to OS basic and fundamentals The key element in OS Environment in OS. Chapter 1: Introduction to oerating system. Learning Outcomes: Student able to identify key component in OS
692 views • 14 slides
Chapter 1 Introduction to Computer Architecture
Chapter 1 Introduction to Computer Architecture. Computer Architecture COE 501. Course Objective. The course objective is to gain the knowledge required to design and analyze high-performance computer systems. Parallelism. Technology. Programming. Languages. Applications.
736 views • 44 slides
Introduction to Computer System
Introduction to Computer System. Some of these slides are based on http://www.site.uottawa.ca/~ivan/ and the Modern Operating Systems book by Andrew Tannenbaum. Computer System. Computers are automatic, electronic machines that accept data & instructions from a user (INPUT)
676 views • 48 slides
CHAPTER #1 INTRODUCTION TO COMPUTER
CHAPTER #1 INTRODUCTION TO COMPUTER . WHAT IS DATA?. DATA Data is a plural word and its singular form is datum ‘Datum’ is a Latin word meaning “something given” Numbers, characters, symbols, images etc., which can be processed by computer
714 views • 56 slides
Chapter 1 Introduction to Computer Networks
Chapter 1 Introduction to Computer Networks. ECS 152A Winter 2005. Prof. Xin LIU. Based on the slides of James Kurose and Keith Ross. Our goal: get context, overview, “feel” of networking more depth, detail later in course approach: descriptive use Internet as example. Overview:
872 views • 74 slides
Chapter 1 Introduction to Computer Systems
Chapter 1 Introduction to Computer Systems. Computer Systems. Reading Sequence: 1.1 Computer Basics 1.2 Evolution of Computer Systems 1.3 Data Representation in a Computer System Assessments: Exercise 1. Computer Systems. 1.1 Computer Basics
1.85k views • 83 slides
Chapter 1: An Introduction to Computer Science
Chapter 1: An Introduction to Computer Science. Invitation to Computer Science, Java Version, Third Edition. Objectives. In this chapter, you will learn about The definition of computer science Algorithms A brief history of computing Organization of the text. Introduction.
467 views • 42 slides
- My presentations
Auth with social network:
Download presentation
We think you have liked this presentation. If you wish to download it, please recommend it to your friends in any social system. Share buttons are a little bit lower. Thank you!
Presentation is loading. Please wait.
Chapter 1: Introduction to Computer
Published by Rudy Brewer Modified over 9 years ago
Similar presentations
Presentation on theme: "Chapter 1: Introduction to Computer"— Presentation transcript:
How Much Do I Remember? Are you ready to play.....
Basic Computer Vocabulary
Computer Skills Preparatory Year Presented by:
Computer Basics Whats that thingamagige?. Parts of a computer.
Chapter 1:Introduction to the world of computers
McGraw-Hill/Irwin ©2008 The McGraw-Hill Companies, All Rights Reserved Plug-in B3 HARDWARE & SOFTWARE.
1 Jordan University of Science & Technology Faculty of Computer & Information Technology Department of Computer Science & Information Systems cs98.
An Overview of the Computer System
Hardware. Basic Computer System Central Processing Unit Input Devices Output Devices Backing Storage Devices.
Introduction to Computers
Computer Systems – Hardware
What Is A Computer System?
1 Hardware - devices for Input. 2 Hardware - devices for Input Processing.
1 System Software “Background software”, manages the computer’s internal resources.
1 Introduction to Computers Prof. Sokol Computer and Information Science Brooklyn College.
Computer Parts There are many parts that work together to make a computer work.
Introduction to Computers Essential Understanding of Computers and Computer Operations.
MIS 175 Spring Learning Objectives When you finish this chapter, you will: –Recognize major components of an electronic computer. –Understand how.
Computer Skills CIS-100 CH 1.
About project
© 2024 SlidePlayer.com Inc. All rights reserved.
45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today
Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.
Verification Code
An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify
Thanks for your comment !
Our team will review it before it's shown to our readers.
- Computer Science /
Components of Computer in Hindi : जानिए कंप्यूटर के घटक कौनसे हैं?
- Updated on
- मार्च 14, 2024
जैसा कि आप जानते ही होंगे कि कंप्यूटर क्या होता है, आज का दौर कंप्यूटर का दौर है और इसके बिना आजकल हर कार्य असंभव सा लगने लग गया है। आज के समय में कंप्यूटर का उपयोग इस कदर हर चीज में बढ़ गया है। हमारे इस ब्लॉग Components of Computer in Hindi में जानेंगे कि कंप्यूटर के विभिन्न कंपोनेंट्स कौन-कौन से होते हैं और वह कैसे काम करते हैं। आइए शुरू करते हैं Components of Computer in Hindi के बारे में विस्तार से!
This Blog Includes:
कंप्यूटर क्या होता है, इनपुट यूनिट, आउटपुट यूनिट, मेमोरी यूनिट, कंट्रोल यूनिट (cu), अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट (alu), इनपुट/आउटपुट डिवाइस , सिस्टम यूनिट, कंप्यूटर मेमोरी, स्टोरेज यूनिट, कम्युनिकेशन, कैश मेमोरी (cache memory), प्राइमरी मेमोरी या मेन मेमोरी (primary/main memory), secondary memory, components of computer worksheet in hindi.
जैसा कि आप जानते ही होंगे कि कंप्यूटर क्या होता है आज का दौर कंप्यूटर का दौर है और इसके बिना आजकल हर कार्य असंभव सा लगने लग गया है। आज के इस समय में कंप्यूटर का उपयोग इस कदर हर चीज में बढ़ गया है कि कंप्यूटर के बिना हम किसी भी कार्य को पूरा नहीं कर सकते चाहे वह गेम खेलना हो, पढ़ाई करने से रिलेटेड हो, फॉर्म भरना हो, टाइपिंग करनी हो हमें इन सभी कामों के लिए कंप्यूटर की जरूरत पड़ती है।
कंप्यूटर क्या होता है? कंप्यूटर एक मशीन है जो प्रत्येक इंसान के जीवन में लगभग सभी क्षेत्रों में इस्तेमाल की जा रही है कंप्यूटर पर अनुसंधान एवं विकास की गति के साथ हम यह कह सकते हैं कि यह हमें जीवन में नए नए अनुभवों से अवगत करवाता रहेगा।
यह भी पढ़ें: Computer Course in Hindi
कंप्यूटर के विभिन्न फैक्टर्स कौन-कौन से होते हैं?
कंप्यूटर सिस्टम अपने आसपास के वातावरण से बातचीत करने के लिए कंप्यूटर पेरिफेरल्स या इनपुट/ आउटपुट डिवाइस का उपयोग करता है।सभी प्रकार के कम्प्यूटरों का बेसिक स्ट्रक्चर एक जैसा ही होता है लेकिन कंप्यूटर की इंटरनल डिज़ाइन विभिन्न प्रकार और आकार की होती है। 5 Components of Computer in Hindi नीचे दिए गए हैं-
- आउटपूत यूनिट
कंप्यूटर सिस्टम कि वह यूनिट जिसके द्वारा कमांड या इंस्ट्रक्शन को लिया जाता है, इनपुट यूनिट कहलाती है। उदाहरण: कीबोर्ड, माउस, ट्रैकबॉल, जॉयस्टिक, स्कैनर, बारकोड रीडर आदि।
कंप्यूटर सिस्टम कि वह यूनिट जिसके द्वारा लिए गए कमांड व इंस्ट्रक्शंस को प्रोसेस करके रिजल्ट दर्शाया जाता है उसे आउटपुट यूनिट कहा जाता है। उदाहरण: मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर आदि।
यह कंप्यूटर की स्टोरेज यूनिट होती है। कंप्यूटर मेमोरी मानव मस्तिष्क के समान होती है जो डाटा एवं इंफॉर्मेशन को स्टोर करती है। कंप्यूटर मेमोरी एक स्टोरेज स्पेस है जहां डाटा और इंफॉर्मेशन को रखा जाता है जिसको प्रोसेस किया जाना है।मेमोरी तीन प्रकार की होती है-
- कैश मेमोरी
- प्राइमरी मेमोरी और
- सेकेंडरी मेमोरी
CU का पूरा नाम कंट्रोल यूनिट होता है। यह पूरे कंप्यूटर सिस्टम को कंट्रोल करता है तथा यह CPU का एक मुख्य भाग होता है। यह सीपीयू के विभिन्न भागों जैसे मेमोरी, अंकगणितीय तर्क इकाई (ALU) और इनपुट/आउटपुट उपकरणों को नियंत्रण संकेत भेजती है, उन्हें बताती है कि डेटा के साथ क्या करना है।
ALU का पूरा नाम अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट होता है। इसके अंतर्गत सभी प्रकार के अर्थमैटिक गणितीय व लॉजिकल ऑपरेशन परफॉर्म किए जाते हैं यह कंप्यूटर सिस्टम की मुख्य यूनिट होती है। ALU प्रोसेसर के अंदर स्थित होता है।
” CU और ALU मिलकर CPU (Central Processing Unit) का निर्माण करते हैं जिसे कंप्यूटर का मस्तिष्क भी कहा जाता है। सीपीयू पूरे कंप्यूटर सिस्टम को कंट्रोल करता है।”
यह भी पढ़ें : TCP/IP Model In Hindi
कंप्यूटर के भाग और उनके कार्य
कंप्यूटर कई सारे कंपोनेंट्स का एक संयोजन होता है जिसमें जिसमें प्रत्येक कंपोनेंट का अपना कार्य होता है इसी आधार पर कंप्यूटर के मुख्य 5 भाग होते हैं-
- इनपुट/आउटपुट डिवाइस
- सिस्टम यूनिट
इनपुट/आउटपुट डिवाइस का उपयोग कंप्यूटर से इनपुट लेने और आउटपुट देने के लिए किया जाता है कुछ ऐसे डिवाइसेज भी होते हैं जो इनपुट व आउटपुट दोनों का कार्य करते हैं। जैसे मॉनिटर, प्रिंटर, कीबोर्ड।
कंप्यूटर कीबोर्ड सबसे अधिक प्रयोग होने वाले इनपुट डिवाइस में से एक है जिसके द्वारा नंबर, अक्षर और विशेष कैरेक्टर को कंप्यूटर में इनपुट किया जाता है। कीबोर्ड का उपयोग कंप्यूटर को विशेष कार्य आदेश करने के लिए किया जाता है। एक कीबोर्ड में अल्फाबेटिक एवं न्यूमैरिक कीज़ होती है जिसका उपयोग टेक्स्ट एवं न्यूमैरिक डाटा को इनपुट करने के लिए किया जाता है। कीबोर्ड पर कई तरह के की होती है जैसे एडिटिंग की (Editing key), फंक्शन की (Function key), कैप्स लॉक की (Caps lock key), स्क्रॉल की (scroll key), नंबर लॉक की (Number lock key) आदि।
Caps lock/scroll/Number lock keys को Toggle key कहा जाता है जबकि control या alt key को कॉम्बिनेशन की कहा जाता है क्योंकि ये दूसरी की के साथ प्रयोग की जाती है।
पॉइंटिंग डिवाइस
ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUIs) जो कि बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं,मेन स्क्रीन पर कर सके स्थिति को बताने के लिए पेंटिंग डिवाइस की आवश्यकता होती है पोंटिंग डिवाइस निम्न प्रकार के होते हैं जैसे माउस, ट्रैकबॉल, टचपैड, ग्राफिक टेबलेट, जॉयस्टिक, टचस्क्रीन आदि।
माउस सबसे लोकप्रिय पॉइंट डिवाइस है जो यूजर के हाथ से मूव होता है।पुराने माउस में एक बॉल होती थी उसमें आंतरिक रोलर बोल के मूवमेंट को सेंस करके माउस केबल के माध्यम से कंप्यूटर को संचालित करते थे लेकिन आजकल ऑप्टिकल माउस प्रचलन में है जिसमें रोलिंग बॉल का उपयोग नहीं किया जाता है लाइट और छोटे सेंसर का उपयोग किया जाता है। माउस में स्क्रॉल व्हील भी होते हैं जो GUI के साथ काम करने में सहायक होते हैं।
एक स्केनर प्रिंटेड पेज या ग्राफिक का डिजिटलीकरण करता है उसको छोटे-छोटे पिक्सल्स वाली इमेज में परिवर्तित करके कंप्यूटर को ट्रांसलेट करता है। यह लेजर तकनीक का उपयोग करके प्रिंटेड इंफॉर्मेशन को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में परिवर्तित करता है। स्कैनर किसी भी तरह की इनफार्मेशन को स्कैन कर सकता है जैसे हाथ से लिखा हुआ टेक्स्ट, इमेज, प्रिंटेड पेज, चित्र आदि।
आजकल सभी कंप्यूटर व लैपटॉप में टचपैड पॉइंट डिवाइस होती है जो यूज़र टचपैड की सतह पर उंगली को फैसला कर स्क्रीन पर कर सर को एक जगह से दूसरी जगह पर मुंह कर आता है लेफ्ट और राइट क्लिक बटन पेड़ के नीचे स्थित होते हैं टच पैड का इस्तेमाल माउस की अपेक्षा बहुत कम जगह की जरूरत पड़ती हैं।
आउटपुट की सॉफ्ट कॉपी को डिस्प्ले करने के लिए सबसे लोकप्रिय डिवाइस मॉनिटर हैं। यूज़र मॉनिटर के द्वारा आउटपुट को स्क्रीन पर देख और पढ़ सकता है।
मॉनिटर के प्रकार
- CRT मॉनिटर – CRT मॉनिटर एक परंपरागत आउटपुट डिवाइस रहा है। यह एक TV के समान होता है।इसमें एक बड़ी कैथोड रे ट्यूब होती है जो की अलग अलग पावर की इलेक्ट्रान-बीम का उपयोग करके स्क्रीन के उपर पिक्चर बनाती है।
- फ्लैट पैनल मॉनिटर- एक फ्लैट पैनल मॉनिटर , कंप्यूटर से आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए LCD (liquid crystal display) का उपयोग करता है। LCD कई पतली पर दो से मिलकर बनी होती है जब प्रकाश इन परतो से गुजरता है तो यह प्रकाश का ध्रुवीकरण करती है एलईडी प्लाज्मा डिस्प्ले भी एक फ्लैट पैनल तकनीक है जो कि आजकल सबसे अधिक इस्तेमाल की जाती है।
प्रिंटर सूचना को स्थाई पठनीय प्रारूप में प्रोवाइड करती है जिसे हम हार्ड कॉपी कहते हैं। आउटपुट एक कागज पर प्रिंट होता है प्रिंटर आउटपुट की गुणवत्ता DPI (Dot Per Inch) में मापी जाती है। प्रिंटर को मोटे तौर पर इम्पैक्ट और नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर में क्लासिफाइड किया जा सकता है।
सिस्टम यूनिट को सिस्टम कैबिनेट भी कहा जाता है के मुख्य भाग जैसे मदरबोर्ड, प्रोसेसर आदि सिस्टम यूनिट के अंदर ही रहते हैं। यह सभी कंप्यूटर हार्डवेयर का हिस्सा है। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर की आज की तारीख में बहुत मांग है क्योंकि अब तो शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र रह गया होगा जहा कंप्यूटर तकनीकों का इस्तेमाल नहीं हो ऐसे में कंप्यूटर में समस्या तो होती ही रहती हैं और इन को सुलझाने के लिए कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर की आवश्यकता पड़ती है।
कंप्यूटर मेमोरी का प्रयोग डेटा व प्रोग्राम को स्टोर करने मे होता है ताकि बाद में आवश्यकतानुसार उनका उपयोग किया जा सके।मेमोरी किसी भी कंप्यूटर का एक काफी महत्वपूर्ण अंग होता है।मेमोरी का उपयोग परिणामों को स्टोर करने में भी किया जाता है।कंप्यूटर की मेमोरी दो प्रकार की होती है- RAM और ROM
RAM-Random Access Memory
कंप्यूटर के पढ़ने और लिखने की मेमोरी कोकम वह कंप्यूटर मेमोरी कार्ड जाता है इसमें यूज़र इंफॉर्मेशन को रीड व राइट कर सकता हैं।
RAM दो प्रकार की होती है –
- डायनामिक RAM
- स्टेटिक RAM
ROM-Read Only Memory
यह नॉन-वोलेटाइल मेमोरी होती है।इस मेमोरी में स्टोर जानकारी में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। इसमें यूज़र केवल इंफॉर्मेशन को पढ़ सकता है राइट नहींं कर सकता।
ROM के प्रकार-
- Programmable Read Only Memory
- Erasable PROM
- Flash Memory
स्टोरेज यूनिट में कंप्यूटर सभी यूज़र्स के डेटा को स्टोर करके रखता है ।इसमें स्टोर डाटा को कंप्यूटर यूजर बाद में उपयोग कर सकता है। जैसे DVD, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, ऑप्टिकल डिस्क, हार्ड डिस्क ड्राइव आदि।
संसार के लिए कई डिवाइसों का उपयोग किया जाता है इनका प्रयोग एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है।जैसे- internet, मॉडम, Wi-Fi आदि।
कंप्यूटर की मेमोरी के प्रकार
कंप्यूटर की मेमोरी वह होती है जिसमें डेटा को स्टोर किया जाता है। कंप्यूटर मेमोरी 1 स्टोरेज स्पेस होता हैं जहाँ डेटा और इंफोर्मेशन को रखा जाता है। जिसे बाद में प्रोसेस किया जा सकता है। मेमोरी तीन प्रकार की होती है-
- Cache Memory
- Primary Memory/Main Memory
कैश मेमोरी बहुत और गति के सेमीकंडक्टर की मेमोरी होती है जो CPU और मैन मेमोरी की गति को बढ़ा देती हैं। यहा डेटा और प्रोग्राम के उस भाग को रखा जाता है जिसे बार बार इस्तेमाल किया जाता है। कैश मेमोरी के निम्नलिखित लाभ होते हैं-
- कैश मेमोरी मुख्य मेमोरी से तेज होती है।
- यह मेन मेमोरी की तुलना में कम समय का उपयोग करती है।
- यह टेंपरेरी उपयोग के लिए डाटा को store करती है।
प्राइमरी मेमोरी केवल उन डेटा या निर्देशों को स्टोर करती है जिन पर वर्तमान मे काम चल रहा होता है। डेटा और निर्देश जो की प्रोसेस करने के लिए आवश्यक है ,मुख्य मेमोरी में रहते हैं। मुख्य मेमोरी की विशेषताएं-
- यह कंप्यूटर के काम करने वाली मेमोरी है।
- इसकी गति मुख्य मेमोरी से भी तेज होती है।
- एक कंप्यूटर प्राइमरी मेमोरी के बिना नहीं चल सकता।
सेकेंडरी मेमोरी को एक्सटर्नल या नॉन-वोलेटाइल मेमोरी भी कहा जाता है। यह मेमोरी मुख्य मेमोरी की तुलना में स्लो होती है।इसका प्रयोग स्थाई रूप से डेटा और इंफॉर्मेशन को स्टोर करने के लिए किया जाता है।सीपीयू इस मेमोरी को डायरेक्ट उपयोग नहीं करता बल्कि वह इनपुट आउटपुट रूटीन द्वारा मेमोरी को एसेस करता है। सेकेंडरी मेमोरी के कंटेंट पहले मुख्य मेमोरी में स्थानांतरित होते हैं इसके बाद सीपीयू इसका उपयोग कर सकता है।
- यह ऑप्टिकल और मैग्नेटिक मेमोरी होती है(यह बैकअप मेमोरी के रूप में उपयोगी होती है)।
- बिजली बंद हो जाने पर भी डाटा सुरक्षित रहता है ।
- प्राइमरी मेमोरी से शुरू होती है।
- बड़े और भारी डाटा कम लागत में स्टोर किए जा सकते हैं।
Components of Computer in Hindi Worksheet नीचे दी गई है जिसके द्वारा आप अभ्यास कर सकते हैं –
कंप्यूटर के कई कंपोनेंट्स होते हैं जैसे – कीबोर्ड, माउस, टचस्क्रीन, माइक्रोफोन, वेबकैम, मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, सीपीयू, कंट्रोल यूनिट आदि।
कंप्यूटर के भौतिक भागों को हार्डवेयर कहा जाता है, जैसे – सीपीयू, मेमोरी, डिस्क और कंप्यूटर को चलाने वाले निर्देशों को सॉफ्टवेयर कहा जाता है।
हार्डवेयर को छुआ जा सकता है और सॉफ्टवेयर को नहीं छुआ जा सकता है। हार्डवेयर भौतिक होता है, जबकि सॉफ्टवेयर डिजिटल होता है। हार्डवेयर डेटा को संसाधित करता है, जबकि सॉफ्टवेयर डेटा को निर्देश देता है। हार्डवेयर को बदलना मुश्किल है, जबकि सॉफ्टवेयर को आसानी से बदला जा सकता है। हार्डवेयर में CPU, मेमोरी, डिस्क, मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस शामिल हैं। सॉफ्टवेयर में ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लिकेशन, प्रोग्राम शामिल हैं।
आशा है कि इस ब्लॉग से आपको Components of Computer in Hindi के बारे में जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
Team Leverage Edu
प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें
अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।
Contact no. *
शुक्रिया, ऐसे ही आप हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
आपका धन्यवाद
thanks for my help
Leaving already?
8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs
Grab this one-time opportunity to download this ebook
Connect With Us
45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..
Resend OTP in
Need help with?
Study abroad.
UK, Canada, US & More
IELTS, GRE, GMAT & More
Scholarship, Loans & Forex
Country Preference
New Zealand
Which English test are you planning to take?
Which academic test are you planning to take.
Not Sure yet
When are you planning to take the exam?
Already booked my exam slot
Within 2 Months
Want to learn about the test
Which Degree do you wish to pursue?
When do you want to start studying abroad.
January 2025
September 2025
What is your budget to study abroad?
How would you describe this article ?
Please rate this article
We would like to hear more.
कंप्यूटर क्या है – कंप्यूटर की मूल बातें
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा को प्रोसेस करता है और जानकारी देता है। इसमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों होते हैं। हार्डवेयर कंप्यूटर के भौतिक भाग होते हैं, जैसे CPU, keyboard, mouse, और monitor। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और ऑपरेटिंग सिस्टम होते हैं जो कंप्यूटर को निर्देश देते हैं कि क्या करना है।
आखिर एक कंप्यूटर क्या है ? यह एक ऐसा डिवाइस है जो आजकल हमारी जिंदगी में बहुत इम्पोर्टेंट बन गया है। कंप्यूटर हमारी डिफ़िकल्ट टास्क्स को आसान बना देता है क्योंकि इसके बारे में सोचना कंप्यूटर का काम होता है। हम बस इंस्ट्रक्शन्स देते हैं कंप्यूटर को कीबोर्ड और माउस के थ्रू।
कंप्यूटर में सीपीयू, मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस होती है। सीपीयू पर सारी प्रोसेसिंग होती है और मॉनिटर पर हम जो भी करते हैं वो दिखता है। कंप्यूटर से हम इंटरनेट उपयोग करके कई तरह के काम कर सकते हैं जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग, गेम्स खेलना, और बहुत कुछ। इसलिए कंप्यूटर के बिना हमारी लाइफ अधूरी रह जाती है। हर घर में आजकल कंप्यूटर ज़रूरी है। चलिए Computer Kya Hai के बारे में जानकारी जानते हैं हिंदी में।
कंप्यूटर क्या है – What is Computer in Hindi
कंप्यूटर एक electronic device है जो हमारी daily life में बहुत useful है। यह एक ऐसी मशीन है जो information को store, process और retrieve कर सकती है। आप इसे अपने दिमाग की तरह समझ सकते हैं, लेकिन यह बहुत तेज़ और accurate होता है। कंप्यूटर हमारे काम को आसान बनाता है और time बचाता है।
कंप्यूटर के कई parts होते हैं। इसमें एक monitor होता है जो TV screen की तरह दिखता है। Keyboard और mouse से हम कंप्यूटर को control करते हैं। CPU कंप्यूटर का दिमाग है। यह सारी calculations करता है। Hard drive में हम अपनी files और data store करते हैं। ये सभी parts मिलकर कंप्यूटर को powerful बनाते हैं।
आज के समय में कंप्यूटर हर जगह हैं। Schools, offices, hospitals, और घरों में भी। हम इसका use करके internet पर surf कर सकते हैं। Games खेल सकते हैं। Documents बना सकते हैं। Pictures edit कर सकते हैं। कंप्यूटर ने हमारी life को बहुत easy बना दिया है। यह हमें दुनिया से connect रखता है और नई चीज़ें सीखने में help करता है।
कंप्यूटर कैसे काम करता है?
कंप्यूटर एक जादुई मशीन की तरह है जो बहुत तेजी से काम करती है। यह चार मुख्य भागों से मिलकर बना होता है: इनपुट डिवाइस, प्रोसेसर, मेमोरी और आउटपुट डिवाइस।
इनपुट डिवाइस
इनपुट डिवाइस कंप्यूटर को जानकारी देने के लिए होते हैं। keyboard और mouse सबसे आम इनपुट डिवाइस हैं। आप इनसे कंप्यूटर को बताते हैं कि क्या करना है।
प्रोसेसर कंप्यूटर का दिमाग है। यह सारी जानकारी को समझता और उस पर काम करता है। प्रोसेसर बहुत तेज गति से काम करता है। यह एक सेकंड में लाखों calculations कर सकता है।
मेमोरी कंप्यूटर की याददाश्त है। यह दो तरह की होती है – RAM और ROM। RAM अस्थायी मेमोरी है जो कंप्यूटर बंद होने पर खाली हो जाती है। ROM स्थायी मेमोरी है जो हमेशा रहती है।
आउटपुट डिवाइस
आउटपुट डिवाइस वो हैं जो कंप्यूटर के काम का नतीजा दिखाते हैं। monitor और printer सबसे आम आउटपुट डिवाइस हैं। ये आपको कंप्यूटर के काम का result दिखाते हैं।
कंप्यूटर इन सभी भागों को मिलाकर काम करता है। जब आप कोई command देते हैं, तो इनपुट डिवाइस उसे प्रोसेसर तक पहुंचाता है। प्रोसेसर उस पर काम करता है और मेमोरी की मदद लेता है। फिर नतीजा आउटपुट डिवाइस पर दिखाया जाता है। यह सब इतनी तेजी से होता है कि आपको लगता है कि कंप्यूटर तुरंत जवाब दे रहा है।
कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?
तकनीकी रूप से कंप्यूटर का कोई पूरा नाम नहीं होता है। कंप्यूटर का पूर्ण रूप “कंप्यूटर” है फिर भी कंप्यूटर का एक काल्पनिक फुल फॉर्म है,
C – Commonly O – Operated M – Machine P – Particularly U – Used for T – Technical and E – Educational R – Research
अगर आप इसे हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तोह कुछ ऐसा होगा, आम ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग की जाती है ।
कंप्यूटर की विशेषताएं
कंप्यूटर में निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं…
बड़ी मात्रा में डेटा संसाधित करने में एक कंप्यूटर मानव की तुलना में तेज़ है क्योंकि यह कई गणनाओं को तेज़ी से कर सकता है।.
वैज्ञानिक और डेटा विश्लेषक वैज्ञानिक अनुसंधान और डेटा विश्लेषण जैसे सटीक परिणामों की आवश्यकता वाले कार्यों के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते हैं, क्योंकि वे उच्च स्तर की सटीकता के साथ गणना कर सकते हैं।
Reliability
जहाँ तक कंप्यूटर का संबंध है, वे अत्यधिक विश्वसनीय होने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिसका अर्थ है कि वे बिना टूटे या खराबी के बहुत लंबे समय तक लगातार चल सकते हैं।
Versatility
उद्देश्यों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए कंप्यूटर का उपयोग करना अत्यंत बहुमुखी है, और यह बहुमुखी प्रतिभा उन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग से लेकर व्यवसाय और मनोरंजन के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रों में उपयोग करने की अनुमति देती है।
कंप्यूटर कैसे चलाते हैं?
कुछ लोगों के लिए, कंप्यूटर कैसे चलाते हैं समझना मुश्किल हो सकता है। यह खंड आपको यह समझने में मदद करेगा कि अपने कंप्यूटर को आसानी से कैसे संचालित किया जाए।
आप सोच रहे होंगे कि आप एक ही समय में कीबोर्ड और माउस का उपयोग कैसे कर सकते हैं? खैर, यह इतना जटिल नहीं है! इसे कैसे करें, इसके बारे में यहां कुछ निर्देश दिए गए हैं:
- माउस पॉइंटर को उस आइकन या अक्षर पर ले जाएं, जिस पर आप क्लिक करना चाहते हैं।
- बाईं माउस बटन को दबाकर रखें।
- पॉइंटर को उस स्थान पर खींचें जहां आप क्लिक करना चाहते हैं।
- वांछित गंतव्य तक पहुंचने पर बाएं माउस बटन को छोड़ दें।
कंप्यूटर का इतिहास
हमारा कंप्यूटर इतिहास का सफर पहले ही गणना उपकरणों जैसे अभाकस के साथ शुरू होता है, जो सरल अंकगणितीय हिसाबों के लिए इस्तेमाल होता था। फिर 17वीं और 18वीं शताब्दी में पास्कल की कैलक्यूलेटर और जैकार्ड लूम जैसी अधिक विकसित मैकेनिकल मशीनें आईं।
हालांकि, आधुनिक कंप्यूटरों के वास्तविक विकास 20वीं सदी में ही शुरू हुआ। 1946 में पेश की गई इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर ( ENIAC ), जिसे आधुनिक कंप्यूटरों का जनक माना जाता है। वहां से, कंप्यूटरों ने तेजी से विकास किया, मुख्य फ्रेम वाले भारी मशीनों से 1970 में पर्सनल कंप्यूटरों तक, और आज के शक्तिशाली मशीनों तक।
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया था?
आधुनिक कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है? ऐसे तो बहुत से लोगों ने इस Computing Field में अपना योगदान दिया है। लेकिन इन सब में से ज्यादा योगदान Charles Babage का है। क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Analytical Engine सन 1837 में निकला था।
उनके इस engine में ALU, Basic Flow Control और Integrated Memory की concept लागु की गयी थी। इसी model पे ही Base करके आजकल के कंप्यूटर को design किया गया। इसी कारन उनका योगदान सबसे ज्यादा है। तभी उनको कंप्यूटर के जनक के नाम से भी जाना जाता है।
कंप्यूटर की परिभाषा – Defination of Computer
कंप्यूटर की परिभाषा एक इलेक्ट्रॉनिक यांत्रिक उपकरण है जो इनपुट डाटा को प्रोसेस करने, संगणकीय रूप में परिवर्तित करने, और आउटपुट के रूप में प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका नाम अंग्रेजी शब्द ‘Compute’ से आया है, जिसका अर्थ होता है ‘गणना करना’।
कंप्यूटर में विभिन्न घटक होते हैं, जैसे कि CPU (Central Processing Unit), RAM (Random Access Memory), और storage devices (Hard Disk, SSD). इनपुट और आउटपुट devices जैसे कि Keyboard, Mouse, Monitor, और Printer भी इसके महत्वपूर्ण घटक हैं।
कंप्यूटर का कार्य डाटा को स्थानांतरित करना, प्रसंस्करण करना, और अन्तिम परिणामों को दिखाना है। यह कार्य विभिन्न Software के माध्यम से किया जाता है, जो निर्देशों का समूह होता है जिसे कंप्यूटर द्वारा पालन किया जाता है।
इस प्रकार, कंप्यूटर की परिभाषा है एक यांत्रिक उपकरण जो कार्यों को स्वचालित रूप से करने, डाटा को संसाधित करने, और सही नतीजों को प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
कंप्यूटर के मुख्य कार्य क्या है?
अब चलिए जानते हैं की कंप्यूटर के मुख्य कार्य क्या क्या है…
Input (Data)
Input वो step है जिसमे की Raw Information को Input Device इस्तमाल करके कंप्यूटर में डाला जाता है। ये कोई letter, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है।
Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार processing की जाती है। ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है।
Output के दौरान जो data पहले से process हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है। और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए।
कंप्यूटर के भाग कितने होते हैं?
यदि आपने कभी किस कंप्यूटर case के भीतर देखा होगा तो आपने ये जरुर पाया होगा की अन्दर छोटे छोटे कई components होते है, वो बहुत ही ज्यादा complicated दिखते हैं, पर वो actually में उतने complicated नहीं होते। अब में आप लोगों को इन्ही components बारे में कुछ जानकारी दूंगा।
Motherboard
किसी भी कंप्यूटर का मुख्य circuit board को Motherboard कहा जाता है। ये एक पतली प्लेट की तरह दीखता है पर ये बहुत सी चीज़ों की धारण किया हुए होता है। जैसे CPU, Memory, Connectors hard drive और Optical Drive के लिए, expansion card Video और Audio को control करने के लिए, इसके साथ साथ कंप्यूटर के सभी Ports को connection। देखा जाये तो Motherboard कंप्यूटर के सारे पार्ट्स के साथ directly या in directly जुड़ा हुआ होता है।
CPU/Processor
क्या आप जानते है Central Processing Unit यानि CPU। इसको भी कहा जाता है। ये कंप्यूटर case के अन्दर Motherboard में पाया जाता है। इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। ये किसी Computer के भीतर ही रहे सारे गतिविधियों के ऊपर नज़र रखे हुए होता है। जितनी ज्यादा एक Processor की speed होगी उतनी ही जल्दी ये processing कर पायेगा।
RAM को हम Random Acess Memory के नाम से भी जानते हैं। ये System का Short Term Memeory होता है। जब भी कभी कंप्यूटर कुछ कैलकुलेशन करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं। अगर कंप्यूटर बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है। यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करना चाहिए। Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रह सकती है।
RAM को megabytes (MB) or gigabytes (GB) में मापा जाता हैं । जितना ज्यादा RAM होगा उतना हमरे लिए अच्छा हैं।
Hard Drive वो component है जहाँ software, documents और दुसरे file को save किया जाता है। इसमें data लम्बे समय तक store होकर रहता है।
Power Supply Unit
Power supply unit का काम होता है की Main Power Supply से पॉवर लेकर उसे जरुरत के अनुसार दुसरे components में Supply करना।
Expansion Card
सभी Computers के Expansion Slots होते हैं जिससे की हम Future में कोई Expansion Card को add कर सकें। इन्हें PCI (Peripheral Components Interconnect) card भी कहा जाता है। लेकिन आज कल के Motherboard में built in ही कई Slots पहले से होते हैं। कुछ Expansion Card के नाम जो हम पुराने computers को update करने के लिए इस्तमाल कर सकते हैं।
- Network Card
- Bluetooth Card (Adapter)
Motherboard | कंप्यूटर के अन्य सभी पार्ट्स को जोड़ने और उनके बीच संचार करने वाला मुख्य सर्किट बोर्ड। |
Central Processing Unit (CPU) | कंप्यूटर का दिमाग जो निर्देशों को क्रियान्वित करता है और गणनाएं करता है। |
Graphics Processing Unit (GPU) | एक विशेषीकृत प्रोसेसर जो ग्राफिक्स और वीडियो रेंडरिंग का काम संभालता है। |
Random Access Memory (RAM) | एक अस्थायी स्टोरेज जो CPU के द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले डेटा और प्रोग्रामों को संभालता है। |
Hard Disk Drive (HDD) or Solid State Drive (SSD) | एक स्थायी स्टोरेज जो CPU के प्रयोग में नहीं लाए जाने वाले डेटा और प्रोग्रामों को संभालता है। |
Power Supply Unit (PSU) | यह AC पावर को DC पावर में परिवर्तित करता है जो कंप्यूटर के अंगों के लिए उपयुक्त होता है। |
Expansion Card | मदरबोर्ड में स्थित स्लॉट में सम्मिलित होने वाला एक हार्डवेयर पार्ट, जो कंप्यूटर की क्षमता में सुधार करने में मदद करता है, जैसे साउंड, वीडियो, मेमोरी, नेटवर्किंग, etc. |
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
Computer hardware को हम कोई ऐसी Physical Device कह सकते हैं जिसे हम अपने कंप्यूटर में इस्तमाल करते हैं, वहीँ Computer Software का मतलब है codes का collection जिसे हम अपने Machine के Hard Drive में install करते हैं hardware को चलने के लिए।
उदहारण के तोर पे कंप्यूटर मॉनिटर जो हम पड़ने के लिए इस्तमाल करते हैं, Mouse जिसे हम Navigate करने के लिए इस्तमाल करते हैं ये सब Computer Hardware हैं। वहीँ Internet Browser जिससे हम website visit करते हैं, और Operating System जिसमे की वो Internet Browser run होता है। ऐसी चीज़ों को हम Software कहते हैं।
हम ये कह सकते हैं की एक कंप्यूटर Software और Hardware का समिश्रण है, दोनों की सामान भूमिकाएं हैं, दोनों साथ मिलकर ही कोई काम कर सकते हैं।
कंप्यूटर के प्रकार
कंप्यूटर दो प्रकार के होते हैं, एनालॉग और डिजिटल। एनालॉग कंप्यूटरों को कम शक्ति की आवश्यकता होती है लेकिन उन्हें डेटा संसाधित करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है, जबकि डिजिटल कंप्यूटरों को अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है लेकिन डेटा संसाधित करने के लिए कम समय की आवश्यकता होती है।
जब हम कंप्यूटर शब्द सुनते हैं, हमारे मन में आमतौर पर पर्सनल कंप्यूटर की तस्वीर आती है। लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं। वे विभिन्न आकार और आकृतियों में आते हैं। आवश्यकता के अनुसार हम इनका उपयोग करते हैं, जैसे कि एटीएम से पैसे निकालने के लिए, स्कैनर बारकोड स्कैन करने के लिए, कैलकुलेटर बड़ी गणना करने के लिए। ये सभी विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर हैं।
बहुत से लोग Desktop कंप्यूटर का इस्तमाल अपने घरों, स्कूलों और अपने Personal काम के लिए करते हैं। इनका डिजाईन कुछ इस प्रकार से होते हैं कि इन्हें हम अपने desk पर रख सकें। इनके बहुत सारे Parts होते हैं जैसे Monitor, Keyboard, Mouse, कंप्यूटर Case।
Laptop के बारे में आप तो जानते ही होंगे जो की Battery Powered होते हैं, ये बहुत ही ज्यादा portable होते हैं जिससे इन्हें कहीं भी और कभी भी ले जाया जा सकता हैं।
अब बात करते हैं Tablet की जिसे हम Handheld कंप्यूटर भी कहते हैं क्यूंकि इसे बड़ी आसानी से हातों में पकड़ा जा सकते है।
इसमें Keyboard और Mouse नहीं होते, बस एक touch Sensitive स्क्रीन होता है जिसे typing और navigation के लिए इस्तमाल किया जाता है। Example- iPAD ।
एक Server कुछ इसप्रकार का कंप्यूटर है जिसे हम Information के आदान प्रदान के लिए इस्तमाल करते हैं। उदहारण के तोर पे जब भी हम कोई चीज़ Internet में खोजते है वो सारी चीज़ें Server में ही store होती हैं।
कंप्यूटर का उपयोग
कंप्यूटर का उपयोग हम अपने जीवन में हर जगह करते आ रहे हैं और करते रहेंगे। ये हमारा एक अंग सा बन गया है। मैंने इसके कुछ इस्तमाल को आपकी जानकारी के लिए निचे लिखी हुई हैं।
शिक्षा में इनका सबसे बड़ा हाथ है, अगर कोई स्टूडेंट को किसी चीज़ के बारे में जानकारी चाहिए तब उसे कुछ मिनटों में ही ये जानकारी उपलब्ध हो जाती है इसकी मदद से। Research से पता चला है की कंप्यूटर की मदद से किसी भी student की learning performance में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। आजकल को घर बैठे ही Online Classes की मदद से पढाई की जा सकती है।
Health and Medicine
ये Health और मेडिसिन के लिए एक वरदान है। इसकी मदद से आजकल मरीजों का इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है। आजकल सभी चीज़े digital हो गयी है जिससे बड़ी आसानी से रोग के बारे में पता चल जाता है और उस हिसाब से उसका इलाज भी possible है। इससे operation भी आसान बन गए हैं।
ये तो Science की ही देन है। इससे research में बहुत ही आसानी होती है। आजकल एक नया ट्रेंड चल रहा है जिसे Collaboratory भी कहा जाता है जिससे दुनिया के सारे scientist एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं, इससे कुछ फरक नहीं पड़ता है की आप कोन से देश में मह्जूद हो।
Business में इसका बहुत बड़ा हाथ है productivity और competitiveness को बढ़ने के लिए। इसका इस्तमाल मुख्य तोर से Marketing, Retailing, Banking, Stock Trading में होता है। यहाँ सभी चीज़ें digital होने के कारण इसकी processing बड़ी ही फ़ास्ट हो गयी है। और आजकल Cashless Transaction पे ज्यादा importance दिया जा रहा है।
Recreation and Entertainment
Entertainment के लिए ये एक नया अड्डा बन गया है, किसी भी चीज़ों के बारे में आप बात करो जैसे Movies, Sports या resturants कहीं की भी बात करो इनकी इस्तमाल सभी जगह है।
आजकल तो Government भी इनकी इस्तमाल के ऊपर ज्यादा focus दे रही है। यदि हम बात करें Traffic, Tourism, Information & Broadcasting, Education, Aviation सभी जगह में इनके इस्तमाल से हमारा काम बहुत हो आसन हो गया है।
सेना में भी इनका इस्तमाल काफी हद तक बढ़ गया है। जिसकी मदद से अब हमारी सेना और ज्यादा सशक्त बन गयी है। क्यूंकि आजकल सभी चीज़ों को कंप्यूटर की मदद से control किया जाता है।
इसका उपयोग हमारी आवश्यकताओं के अनुसार बहुत सारी जगहों पर होता है।
कंप्यूटर का पूरा नाम है Commonly Operated Machine Particularly Used for Technology Education and Research।
कंप्यूटर का जनक कौन है?
चार्ल्स बैबेज
कंप्यूटर क्या कार्य करता है?
एक कंप्यूटर यूजर से इनपुट लेता है, निरदेश के अनुशार उसे प्रोसेस करता और और उसकी रिजल्ट को अपने आउटपुट डिवाइस के माध्यम से यूजर को दिखता है।
निष्कर्ष – कंप्यूटर क्या है?
अब तक आपको कंप्यूटर का introduction मिल चूका होगा। मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को कंप्यूटर क्या है और इसकी विशेषताएं के बारे में पूरी जानकारी दी और आशा करता हूँ आप लोगों को इस कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के बारे में समझ आ गया होगा।
मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूँगा। आपको यह लेख कंप्यूटर किसे कहते है कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले।
सॉफ्टवेयर क्या है और कितने प्रकार के होते है?
कंप्यूटर वायरस क्या है: प्रकार, बचाव के उपाय, और क्या करें, animation क्या है और कैसे बनाये.
Free Recharge कैसे करे Airtel, Jio, Vi, BSNL Number
Leave a Comment Cancel reply
Comments (256).
इस वेबसाइट पर “कंप्यूटर क्या है?” के विषय में बहुत ही सरल और सुविधाजनक भाषा में जानकारी दी गई है। यह उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है जो कंप्यूटर के बारे में नए हैं और इसके बेसिक ज्ञान को समझना चाहते हैं। साथ ही, वेबसाइट का डिजाइन सरल और सुंदर है, जिससे नेविगेशन में कोई भी कठिनाई नहीं होती।
I want to learn computer…
Very nice and best learn knowledge thx.
Hello sir good evening…. Mai ek computer student hu or apke article mere liye bahut upyogi hote hai…. Main programming language asp.net , c# , or php padhti hu to programming language ka apki website m ek alag section bna dijiye jha se mujhe or baki sabko bhi easily information available ho jaye because hindi m computer ki bahut km websites hai or aap itna accha article hindi m bnate h to ye bhut acchi baat h … Thank you
Prabhanjan sir kaise hai. Sir aap hindime.net pe konsi hosting use karte hai kya aap bata sakte hai. Mai ek naya blogger hu jo blogging mai apna career banana chahta hu. Isliye ye ek query hai jo aap bata de toh accha hoga. thank you.
Digital Ocean
धन्यवाद आपका बताने के लिये
Sir basic to firs class info provide kar apko thank you but app thank you
हिंदी में तकनिकी जानकारी का बहुत आभाव है। उस पर हिंदी भाषा में सही सही जानकारी का उससे भी अधिक आभाव है। कई बार अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होते हुए भी ठीक से नहीं समझ पाते क्योकि उनकी शब्दावली हमारे परिवेश से नहीं मिलती है। आपका यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। धन्यवाद
Laptop computer sikhana hai
very good post
Aapne computer ke bare me bahot achhe se samjhaya hai nice super and thanks
Aapka article bhut hi acha tha . thanks
sae kuch to
Uttar chahie
thanks for computer knowledge beautiful
Ji bahut bahut dhanyawad Manjulika ji.
Best information sir.
C – Callculat O – Operate M – Memory P – Printing U – Update T – Technical E – Editing R – Result/Response
Hey Bro Mere Pass Adsense Approvel Domain ha. Jo mere kam ka nahi ha but tumar kam aa sakta ha. agar tum chaya ha to muja email karo do.
your blog is very helpful for a new blogger like us,after reading your article we get to learn a lot and get new new information ,we hope that you will keep sharing such posts with all of you,
thankyou sir
bahut bahut dhyanbaad sir aapka jo hindi mei aap itna si acchi si baat pura computer ke ware mei baata rahe hei ..jaankar sukhad hota hai ki abhi tech ki sabse best website hei hindi ki
NICE BLOG DEAR
Amazing post
This informations is really amazing ,Thanks for one of the best knowledge give up .
This informations is really amazing ,thanks for one of the best knowledge give up
Bahot achha hai bhai main tumare line jane ke lie chahata hun bhai
सर आपकी इस पोस्ट में हमें बहुत अच्छी जानकारी मिली है और हम चाहते हैं कि आप ऐसे ही और अच्छे-अच्छे रोजाना पोस्ट करते रहिए जिससे हमें कुछ नया सीखने को मिले और हमें अपनी लाइफ में कुछ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले
bhai kitni id baana raki hai tumne
Bhai kya mobile se bhi blogging kr sakte hai kya Mere pass laptop nahi h please reply
hm kyu nehi , bade hi asaani se aap mobile pe bhi bloging suru kar sakte hai agara aap beginner ho to.
Sir,blogs me photo daalne pe bhi plagiarism aata hai kya?photo kahan se daale jo ki free to use ho.pls help me in this regards.
I always receive the best information from your site. So, I feel that your site is the best. I am waiting for new information from you.
Nice Article
prabhanjan ji mujhe bhi blogging start karna hai isliye aapki help chahiye
आप हमारे यूटूब चैनल के video देखें जिससे आपके सभी डाउट्स क्लीर हो जाएँगे।
Very informative as always. Aise hi videos aur articles se hame sikhate rahe.
Are bhae Computer Sabd ka janm camputer se nahi huaa hai (Compute) Huaa hai
Bhai Newspaper Theme me konsa templets use kiya hain
very use ful for all student.
Nice information thank you very much Please continue writing this kind of informative aticle
Thanks Naushad ji. We will do that till our last breadth.
Bahut badia
आपकी theam कोनसी है कृपया बताए
NewsPaper Theme.
बहुत बढ़िया जानकारी मिली है ।धन्यवाद।
Hello Mr Prabhanjan Aap Ke Article Padhkar Aap Jaisa Banne Ki Koshish Karne Nikla Hoon Maine Bhi dailydifferentdose Name Se Ek Website Banayi Hai Blogger Par Blog Ka Naam Hai Hindime.blog Same Aapke hindime.net jaisa. Aap Bohat Logon Ki Prerna Bante Jaa Rahe Ho Aap Ko Dekhkar Bohat Khushi Hoti Hai, Aapki Age Mein Hamne Sirf Waqt Ganwaya Really Aap Great Ho , Bohat Mehnati Bohat Justaju Bohat Aage Badne Ki Chah
Meri Age Abhi 56 Hai , Aur Main Aapko Dekhkar Seekh Raha Hoon Isse Andaza Lagaya Jaa Sakta Hai Ki Aap Kahan Pohanch Gaye Ho.
Hamari Dua Hai Aap Aur Aisi Kamyaabi Ki Manzilen Paar Karen
Thanks Syed ji. Aap bhi kar sakte ho. Bas patience hona chahiye.
पहले के समय जब आप टीवी लेते थे उस वक्त बाजार मे ज्यादा विकल्प उपलब्ध नही होते थे । तो जो कंपनी अच्छी लगती थी जो टीवी दिखने में अच्छी लगती थी हम वो ख़रीद ले आते थे । पर आज के समय मे बाजार मे टीवी के बहुत से विकल्प मजूद हैं तो आज के समय मे टीवी लेते समय बहुत सोचना पड़ता है कि को सी टीवी ली जाए ।
तो यह पोस्ट आपको कोन सी टीवी आपके लिए सही रहेगी यह तय करने में मदद करेगी ।
Bahut badiya sir app ne puri jankari ke sath btaya hai
maine aapka ye article padhi jo ki behad rochak aur gyanwardhak hai lekin mere man me ek doubt hai ki maine google par search kiya ki computer kya hai aur aapki site teesre number par thi jo ki vastwik problem nahi hai baat ye hai ki serp page par aapke post ka title kuchh aur tha aur jaise hi maine click kiya aapke page par wo title badal gaya ise kaise karte hai iske bare me jankari de
Sir aap apne site pe kaun se theme ka istmal krte ho
Newspaper theme
Thank for shear this information
Welcome Chhaton. Keep reading our articles for more information.
I loved the information given above, I appreciate the writing. To get the best Home tutors visit us, on our website We have 60,000+ qualified tuition teachers to work with students of all ages from Pre-Nursery to Post Graduate.
very nice information . good article for computer https://eduhomeclass.blogspot.com/2020/10/blog-post.html
wow 3700 words ka article mai aapseek swawal puchna chahta hu ki aapko ek article likhne me kitna samay lagta hai after all research and writing please answer my question..
कंप्यूटर के बारे में bahut achhe tarike define kiya he aapne
#Askhm – sir kya aap muje bta sakte hai ki aap apni blog me wiki page ke liye kaunsa plugin use karte hai i hope you will help me
sir plz reply do
Mujhe bhi join hona hai
Kahan join hona hai bhai please explain.
i WANT TO LEARN COMPUTER
very helpful knowledge
Nice information
बहुत बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने
thanks rohit ji.
plase mainton one mitter distance
tackinal omega and nukri hot advocate
coumputer ka full from kay hota hai mera email par send kara
Very Nice Sir
आप ने बहुत अच्छी जानकारी दी है बहुत अच्छा लगा पढ़कर
It’s very important information
nice sir ,,,,, computer ke bare mai jankari dene ke liye thank you so much sir
Helpfull article
Pehle mujhe computer me interest nhi tha pr kuch exam k preparation k liye maine isko pdhna suru kia … computer mere liye ek boring subject tha kyuki mujhe iske concepts sahi se samajh nhi aate the …pr ek ek topic search krne pr mujhe is site se satisfying answers milne lge jisse mera computer me interest build ho gaya….ab mai aapko thanks kehna chahungi kyuki aapne itne saral bhasa me hume itna accha knowledge dia h☺️☺️…ab mai aapko utube me v search karungi … Thank you so very much
Bahut badia hai thedkz.com
Thanks Sharafat ji. Computer ki puri jankaari aapko is post mein mil payi hai.
more appreciating blog! Great internet site! It looks extremely good! Maintain a good job!| you are rocking
sir apka lekh bahut acha hain bahut sari jankari pata hu apki website se
sap ke sabhi article bahut he informative hote hai aur detailed bhi aapki di hue jaankaari se sabhi ko bahut laabh hoga aapki work method and dedication super hai nice work.
Thanks Shamim ji.
bahut hi badiya jankari diya hai apne chandan ji thank you so much.
very nice article about computer.
u r best blogger.aapka likhne ka tarika ekdum mast hai full detail information.thank u sir.
Very useful thx
Bhai आपने अपनी मात्र भाषा हिंदी को बहुत आगे तक ले जायेंगे
sir blogger me subdomain(blogspot.com) se google adsense ke liy QUALIFY kaise kare please bataiy sir
Hello brother your post is very knowledgeable and you mind is too intelligent.
jai maa Samalei
Satish K video Interview dekhili bahut proud feel lagla. first time amar area r blogger k janli dada. Mui start karicheblog te Sambalpuri life style k nei kari english re workout heba kini
Muribahal Bolangir
Sure heba. Mun bhabuchi YouTube re blogging bisayare bataibi. Join there.
Bhai blogging start Karibi bt topic select Kariba confusing hauchi ta kindly help kariba ki?? Already moro blog achi bt earning asuni.
First time janli ki amar Odisha ra amar pakhar enta telented blogger achhan bali. Satish K Video dekhli au mate besi khusi lagla k amar Odisha ra jane blogger Interview dauchan bali seta puni amar Pachim Odisha ra. Mui b blog gote start karbi bali bhabi che. Au help lagi janabi.
धन्यावाद सर जी ।आपने बहूत अच्छा जानकारी दिया ………………।
hello sir, your article is a very good . your knowledge is too good .
सर आपने कम्प्यूटर के बारे बहुत अच्छी जानकारी दी है
Good knowledge
Bhut hi accha h ye side is prr aakr mujhe bhut hi jankaari mili or tum sbko bhi leni chahiye thanks you so much sahoo sir
Aksar mai is website par aaya karta hun ye soch kar ki jyada der is website par apna time pas nahi karun but is website me itne acche acche information hai ki article ko bina pura padhe jaane ka man hi nahi karta hai. Thanks for this stunning article.
Bahot hi kaga Aap ka lekh
Hi Manish ji
nice topics & goods
Thanks bro aap ese hi poste dalte rahie
Bahut sundar lekh hai aapka mai aap ko dher sari badhai deta hun
Arunkumar s/o Ramesh chand viil.. Bela parsa ambedkar nagar
i like your suggestion viedo i want to now more viedo
very nice स्टोरी फॉर computer
Aacha hain but thoda spelling mistake hain kahin kahin par. And what do u means ki computer logo ki jagah le raha hn unemployment bdta ja raha hn?
It means that computer is able to do the work of multiple people so indirectly its taking away the job of many people leading to unemployment.
good this very helpul
Bahut acha CPU ke bare mai bataya
mear desh aage ke aur avishkar krega
Ji jarur krega.
I used computers from 2009 but I earning money from them in 2015. I like your Article you are really hard worker.
Thanks Aman ji. Keep Reading.
Too good knowledge
Bahut hi jankari mili
Thanks Hari Shankar ji.
bhot he achi jankari diya hai aap ne ham sabhi logo ko is jankari se bhot he maddat mile hai is liye aap ka thnku very much
Welcome Zainul ji. Keep Reading and Keep Sharing.
Paragraphs setting kaise Kare Ms word Mai
i like this very much
Hi Manish Kumar varma
BAHUT HI ACHI POST LIKHI HAIN APNE SIR |
aacha post hai
bhai bahut hi aacha post jo mere kafi help kiya ye post
Bhai bhaut badhiya maza aagya
Wah Dil khush ho gaya
Thanks Bhavesh ji.
Very help ful sir ji
Hello sir am neeraj goswami from up.. then your1article its very good but one candition some missing articles plzzz check now
Neeraj ji, can you point out which things is missing in these articles for improvement.
Hame computer ka mechanical banna hay kaysay bane
aakash ji aapko pehle computer ke bare mein janna hoga, practical aur theory dono.
hame computer ka knoweldge chahiye
Thank you so much bhai, Itni achchi post share karne ke liye.
Nice article and thank you sir isse mujhe bhut kuch sikhne ko mila jiske karan mai doosro ko computer padha rhi hu
Dhanyawad Hena ji, Sunkar achha laga ki aapko hamare article se kuch sikhne ko mila.
nice languvage sir
वेलकम Jeet.
O leval kya hia
O level PGDCA Course ka ek exam level hai.
Nice work on computer programing
Computer becic jankari
What is computer
बहुत ही अच्छे से सर आप ने समझाया मुझे आप पर पूर्ण विस्वास और आशा है
NICE SIR SUPER
1⃣Thanks for computer information in hindi
Thanks sir very nice टॉपिक
I am new pls help me
sure ask your question.
Bca(, bachelor of computer) ki padhai k lie computer k program sikhne honge
BCA mein computer programming ke basic ki padhayi hoti hai jo ki theory tak hi shimit rehti hai.
एसा बिलकुल भी नहीं है मैं BCA कर रहा हूँ पर हमारे कॉलेज में सिर्फ theory नहीं practical भी कराया जाता है। और बेसिक पढ़ाई सिर्फ 1st सेमेस्टर में होती है आगे जाकर एडवांस लेवल की पढ़ाई स्टार्ट हो जाती है
कैशे क्या होता है कंप्यूटर में
Nice article sir very helpful post. And support
Welcome ganpat ji. keep reading and blogging.
sir this blog’s is very helpful thank you so much sir
Hami computer sekhnsekhna hi
हमे लगवाना है क्या क्या खरीदना पड़ेगा
भाई कम्प्यूटर सेट में क्या कया होता है
bro kya app mujhe softwair program ke bare me bata sakte hai
supper bro aap ne kya likha hai
“मेरा देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है” Yeh line mujhe achha laga. Hum log aapke sath hain.
धन्यवाद Vishal जी. ऐसे ही आपका साथ रहा तो हम सभी आगे बढ़ेंगे.
Hello Aap ne bahut aachi jankari di hai Thank you so much
Hi… Sir thank you very much for this help.
Very important information sir jii Thanks for that..
Nice , sir bhut acha laga ya sab pad kar
apki comouter ki jankari achi lagi
very good your post
Thanks sir helpful knowledge
Very good sir
very nice sir
Very nice knowledge sir thanks sir
Very well post.., Thank you so much.., very good explanation and details of every topic of computer.
Sir aap itni badi post kese likh pate ho plz batae
Waise kuch nahi bas puri jaankari dena jyada pasand karte hain.
Very helpful post sir v.nice … Thanks
THANKS FOR A LOT ,COMPUTER IS GIVE MANY MANY KNOWLEDGE AND SOLVED QUESTION.ONES AGAIN THANKS
gajab ki jankari share ki hai apne.
Bhut acha sir Lekin sir mere hsab se aapne RAM ki definition ko change ker diya h joki ROM ki definition h…ager me glat nhi hu to plese ak bar chek kre…. Thak you
Nahi, ye bilkul thik hai.
Yes computer
Bahut hi achcha post likhte h aap. Thanks
very helpful sir… Thanks a lot
useful knowledge
You are doing a great job I inspired when I was reading your post. I am regular reader of this website. Thank you for sharing this useful information….
Thanks Gourab ji, Sunkar achha laga.
Very good condition
Very nice bro….. ☝
Prabhanjan sir Aapne kaafi achhi jankari Diya hai computer ke bare me.
Hii friends
Very good knowledge
your information very good thanks
Prabhanjan tumhare article me tumhari mehnat jhlakti hai
Aalam जी, आपसे ये बातें सुनकर मुझे बहुत खुसी हुई. वैसे आपका Website भी काफी अच्छा है. Happy blogging.
Thanks Its Helpful
This is a great information thanks for sharing
बहुत ही अच्छे तरीके से यह पोस्ट लिखा गया है. मुझे लगता है इस पोस्ट को पढने के बाद कंप्यूटर के बारें में लगभग सभी जानकारी मिल जायेगा. इसी तरह से सीखने वालों को सिखाते रहिये. Quora पर भी आपने कई प्रश्नों का बहुत ही अच्छा उत्तर दिया है.
Thanks Ashutosh ji. Aapke support ke liye.
nice aapka article bahut accha lga………..
Bro आपके द्वारा दी जानकारी एक दम Awesome हैं। में Dofollow Link के लिए क्या आपके ब्लॉग गेस्ट पोस्ट कर सकता हु
hello sonu ji iske liye aap ye post padh sakte hain https://hindime.net/guest-post/
thanks you for these awesome tips!!! I’ll try some and see if it works on me 🙂 thaaaank you!!!
सर आज आप ने मेरा मन खुश कर दिया आप ने सर आशा करते है हमें आगे भी हमें इस तरह की जानकारी मिलती रहे गी धन्यवाद
आज का समय computer और internet का समय है. आपने computer के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी दी है यह बहुत पसंद आई.
धन्यवाद Mukesh ji.
VERY NICE POST I LIKE
Bahut bahut dhanyawad Ashutos ji, sunkar bahut sukun aaya. bas aise hi hame support karte rahen aur hum aapko behtarin jankari pradan karte rahenge.
Always nice article
Thanks for sharing this article
Computer is very helpul. Thanks for shereing computer knowledge
Thnaks for this article and sharing this knowledge.
bahut achchha computers ke bare aapne poora details de diya
कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया हैं इस भयानक मशीन ने हमारे जीवन में बहुत सारे काम आसान बना दिए है। कंप्यूटर के बारे में बहुत कुछ है जानने के लिए जिनके बारे में आपने डिटेल्स में बताया है, आप की इस पोस्ट को पढने के बाद किसी को कंप्यूटर के बारे में जानने जरुरत नहीं है कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी के लिए शुक्रिया!
आप बहुत लिखते है ऐसे ही अपने रीडर्स को सिखाते रहिये, keep it up.
Hello Jummedeen ji, सुनकर बहुत अच्छा लगा की हमारा लेख आपको पसंद आया. वैसे आप भी बहुत ही अच्छा Post करते हैं. लोगों को आपसे बहुत कुछ सिखने को मिलता है. थैंक्स again. Happy Blogging.
Bahut achhi jankari share ki aapne computer se releted
भाई बहुत कमाल के पोस्ट लिखते है आप क्या में आपके ब्लॉग पर गेस्ट पोस्ट कर सकता हूँ
बहुत बढ़िया जानकारी है, धन्यवाद।
कंप्यूटर के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने
thanks for sharing…
Very nice artical sir
Thanks Sanjay ji.
Very nice article, keep up the good works.Thanks for sharing
thanks alote my friend… for computer knowledge…
HindiMe.net
Hindi Me Jankari ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी, गाइड, ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके, SEO और ब्लॉग्गिंग की जानकारी मिलती है।
QUICK LINKS
WIKI । ABOUT । CONTACT । PRIVACY
Copyright © 2016 - 2024 HindiMe , All Rights Reserved.
- हिन्दी ( Hindi )
Power Point (PPT) Presentation Kaise Banaye In Hindi
Aaj is article mein hum aapko batayenge ke kaise aap bhi ek professional powerpoint presentation bana sakte hain in Hindi. Power Point Presentation (PPT) ya PPT presentation, Microsoft PowerPoint dwara diya gaya ek application hai jispe aap presentations bana sakte hain jiska istemaal jyadatar professional ya educational kaam mein kiya jata hai.
Power Point mein multiple slides mein information ya data ko dala jata hai jo ki text, image, video jaise format mein hota hai aur un sabhi slides ko ek presentation ke format mein dikhaya ja sakta hai.
PowerPoint presentation kaise banaye in Hindi
PPT banane ke liye sabse pehle aap apne computer ke search bar mein jayen aur “Power Point” ke naam se search karein.
Search karte hi Power Point ki application khulkar ayegi uspe click karte hi Power Point open hoga jo kuch esa dikhega.
Chaliye ab dekhte hain ke kaise is application pe alag alag options ko select karke aap presentation bana sakte hain.
Sabse pehle aapko diye gaye themes mein se ek theme select karna hoga. Ye theme aapko presentation ke look ko improve karne ke liye diya jata hai. In mein se kisi bhi theme ko aap baad mein bhi select kar sakte hain.
Josh talks ke courses harazo logo ko help kar rahe hai career mai aage badne ke liye. Iss link par click kare aur janiye courses ke baare mein
Hum yahan “Blank presentation” theme ke sath presentation banana shuru karte hain. Theme select karte hi ek screen khulegi, jo esi dikhegi.
Is screen pe aapko do options dikhenge – “Click to add title” aur “Click to add subtitle”. “Click to add title” mein aap apne presentation ki pehli slide ke liye ek title de sakte hain aur “Click to add subtitle” mein aap ek subtitle daalein.
For eg. agar hum ek marketing ki report dene ke liye presentation bana rahe hain toh aap title mein “Marketing Report daalein” aur uske subtitle mein “Google Analytics Data / Sales Report” likh sakte hain.
Title aur subtitle ke bad aap isi slide mein text add kar sakte hain. Text add karne ke liye aapko ek text box add karna hoga. Ye text box aapko top bar mein “Insert” menu mein milega.
Is text box mein aapko jo bhi content add karna ho wo kar sakte hain.
Aapko bata dein ke title, subtitle aur text ke sizes, colour or font ko aap apne according change kar sakte hain. Iske liye aapko us text ko select karke “format” mein jana hoga.
Is stage tak aap ek basic slide prepare kar chuke hain. Toh ab hum baat karenge ke kaise aap power point ke menu options ka use karke apne slides mein changes kar sakte hain.
Power Point Menu Bar
Power Point ka menu bar screen ke sabse top mein hota hai. Is menu bar mein multiple options hote hain jinka istemaal power point ko design karne aur layout ko aur behtar banane mein kiya jata hai.
Ab baat karte hain ek ek menu options ki aur unka kahan istemaal kiya jata hai.
Insert Menu
Insert menu mein mostly wo sub menu hote hain jinko select karke aap apne slide mein elements insert kar sakte hain. Niche humne har sub menu ke bare mein bataya hai aur unka use kaise karein wo bataya hai –
New Slide – New slide ka use karke aap apne pehli slide ke bad ek aur slide add kar sakte hain. Aapko jitni bhi slides banani ho utni bar is “new slide” ka use karein.
Table – Table ka use karke aap apne slide mein table insert kar sakte hain. Jitne number of columns aur rows aapko chahiye utne boxes select karke aap table bana sakte hain.
Pictures – Pictures ka use karke aap slide mein apne computer mein stored pictures ko slide mein daal sakte hain.
Online Pictures – Online pictures internet se picture insert karne ke liye hota hai. Is option ki aksar jarurat nahi padti hai. Kosish karein ke jo bhi picture aapko apne slide mein dalni ho usey aap apne computer mein pehle hi save karke rakh lein.
Screenshot – Ye option tab use kiya jata hai jab aapko apne computer ki screenshot ko slide mein add karna ho.
Photo Album – Photo album ka use karke aap apne slide mein photos ki ek album insert kar sakte hain. Is option pe click karte hi ek tab khul kar ayega jahan se aap apne computer se multiple photos select karke album create kar sakte hain.
Illustrations
Illustrations mein aap apne slide mein images, shapes, smart art ya charts ka use kar sakte hain.
Shapes – Shapes ka use alag alag tarah ke shapes jaise rectangles, arrows, lines wagerah ko insert karne ke liye use kiya jata hai.
Smart Art – Smart art ka use hum tab kar sakte hain jab aapko apne slide mein alag alag elements jaise koi list, koi process, koi cycle wagerah represent karni ho. In elements mein aap apne according jo bhi content dalna ho wo dal sakte hain aur inke colours ko bhi change kiya ja sakta hai.
Chart – Chart se aap samajh gaye honge ke jab bhi aapko multiple data ko ek sath dikhana ho tab aap chart ka use kar sakte hain. Ismein, pie chart, line, column, bar wagerah ka use kiya ja sakta hai.
Iske bad option aata hai “Add-in”. Add-in ka use kisi application ko add karne mein use kiya jata hai magar ek general basic PPT banane mein iski jarurat nahi padegi.
Comment – Comment option mein aap apne slide ke liye koi comment add kar sakte hain. Comment mein aap apni slide se judi koi specific information, ya koi message add kar sakte hain.
Text Box – Text box ka istemaal tab kiya jata hai jab aapko apne slide mein koi content add karna ho. Is article ke shuruwat mein humne bataya hai ke text box kaise dikhta hai.
Header & Footer – Header & Footer ka use tab kiya jata hai jab aapko PPT ke har slides mein Date, slide number ya koi footer text dalna ho. Ye option add karne pe aapke har slide mein footer section add ho jayega.
Word Art – Word art ka istemaal kisi Title ka kisi subtitle ya koi topic ki design ko enhance karne ke liye kiya ja sakta hai.
Inke alawa “Insert” menu mein aur bhi kuch options hote hain jaise “Date & Time”, “Slide number”, “Object”, “Equations”, “Symbols”, “Video”, “Audio” aur “Screen-recording”. Ye sabhi options slides mein date aur time, slide ka number, koi object jaise excel sheet, koi mathematical equation, symbols, koi audio clip ya video clip ya fir kisi screen recording ko insert karne ke liye use kiya ja sakta hai.
Magar ek basic PPT banane mein in options ki jarurat nahi padegi.
Design option se aap apne PPT ke layout or design mein changes kar sakte hai taki apki presentation acchi dikhe. Ye design multiple themes mein available hote hain. Niche image mein aap dekh sakte hain kitni variety mein themes available hain.
Magar ek simple aur acchi PPT banane ke liye humara suggestion hai ke aap ek esi theme chune jismein jyada colours na hon ya jyada design na ho.
Jo bhi theme aap select karte hain aap usmein bhi colour changes kar sakte hain jaisa humne niche dikhaya hai. Ye colour changes aap usi tab ke left side mein “Variants” option pe jaker kar sakte hain.
Transitions
Transition ka use tab kia jata hai jab multiple slides ke appearance mein aap koi movement dalna chahte hon. Jis transition ko aap choose karenge apki slide usi tarah se screen pe appear karegi.
Animation ka use karke aap jo bhi elements yani koi text box, ya koi shape, usmein animation add kar sakte hain. Dhyaan rahe transition ka use slide ke liye kiya jata hai aur animation ka use slide ke elements ke liye kiya jata hai.
Jis bhi element pe aap animation ka use karenge, uski appearance waise hi hogi.
Animation ke under bhi aap kafi change kar sakte hain jaise –
Effect option – Effect option mein animation ki transition yani movement ke direction ko change kar skate hain. Iske alawa aap pure element pe ya ek element ke parts mein bhi transition laga sakte hain.
Iske alawa kuch aur important chiz hoti hai jaise “Start” yani aap apne animation ko kab start karna chahte hain yani manually click karne par ya automatically. Iske alawa animation mein duration aur delay bhi add kar sakte hain.
Duration ka matlab hota hai ke aap us element ki appearance timing kitni rakhna chahte hain. Delay mein aap apne element ke appear hone ki timing decide kar sakte hain.
Power Point mein waise toh bhot saare options available hote hain magar ek basic level pe agar aap power point presentation banana chahte hain toh uper batayi gayi baton se bana sakte hain.
Ye ek sample image hai, jo ki reference ke liye dikhaya hai humne. Aap bhi ini tarah ke elements, menu, sub menu ko use karke ek PPT bana sakte hain.
Aap same isi tarah se apne PPT mein data ke according multiple slides add kar sakte hain aur har slide ke liye alag alag options select kar sakte hain.
Jab aapki presentation puri tarah taiyyar ho jaye toh aap “Slide Show” menu mein jaker, “From beggining” option select karke apne PPT ka preview dekh sakte hain.
Ab aap apne presentation ko save kar lein. Save karne ke liye aapko “File” par jana hoga aur wahan jaker “Save as” par click karein. Ab computer mein jahan bhi aapko apni presentation save karni wahan par file ka naam daal kar save kar dein.
Bas is baat ka dhyaan rakhein ke aapki file PPT format mein hi save ho rahi ho. Ab aap jab bhi is file ko kholenge, wo editable format mein khul jayegi. Agar aapko kuch bhi changes karne ho aap kar sakte hain aur present kar sakte hain.
Tips for PowerPoint Presentation in Hindi
- Humesha kosish karein ke PPT simple aur decent banayein.
- PPT mein content jitni kam ho PPT utna hi accha banta hai. Jyada se jyada koshish karein ke PPT mein images, shapes, charts, tables jaisi chizen hon jinke madhyam se aap PPT explain kar sakein.
- Kosish karein ke slides bhot jyada na hon, kam slides mein hi apna pura content dikhane ki koshish karein.
- Kabhi bhi bhot jyada animation ya transition ka istemal na karein. Issey PPT ki decency kam ho jati hai.
Humne is article mein puri kosish ki hai ke PPT banane ki puri jankari aapko mil jaye. Power Point Presentation ek bhot hi accha tool hai presentation ya kisi report ko display format mein dikhane ka. Aur sabse majedar baat ye hai ke aap is tool mein kaafi tarah ke changes aur nayi chizen add kar sakte hain.
Is tool ko acche se sikhne ke liye humari aapko salah hai ke ispar PPT bana kar dekhein. Har ek options ka use karein. Dheere dheere aapko samajh ajayega ke ek acchi PPT aap kaise bana sakte hain.
Agar PPT presentation banane se juda koi bhi sawal ho toh comment mein humse jarur pucchein. Aur agar aap skill development se judi aur bhi chizen sikhna chahte hain toh yahan click karein .
Josh talks ke courses harazo logo ko help kar rahe hai career mai aage badne ke liye. Niche diye gaye button par click kare aur janiye courses ke baare mein .
RELATED ARTICLES
MS Excel Tutorial Beginners Course Part 2 – Sort, Filter, Find,...
MS Excel in Hindi Full Tutorial Beginners Course Part 1
MS Excel Formulas In Hindi – Advance Excel Tutorial Part 2
No comments, leave a reply cancel reply.
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Sikhe Nayi Skills aur Paye Apni Dream Job. Download Josh Skills App
- PRO Courses Guides New Tech Help Pro Expert Videos About wikiHow Pro Upgrade Sign In
- EDIT Edit this Article
- EXPLORE Tech Help Pro About Us Random Article Quizzes Request a New Article Community Dashboard This Or That Game Happiness Hub Popular Categories Arts and Entertainment Artwork Books Movies Computers and Electronics Computers Phone Skills Technology Hacks Health Men's Health Mental Health Women's Health Relationships Dating Love Relationship Issues Hobbies and Crafts Crafts Drawing Games Education & Communication Communication Skills Personal Development Studying Personal Care and Style Fashion Hair Care Personal Hygiene Youth Personal Care School Stuff Dating All Categories Arts and Entertainment Finance and Business Home and Garden Relationship Quizzes Cars & Other Vehicles Food and Entertaining Personal Care and Style Sports and Fitness Computers and Electronics Health Pets and Animals Travel Education & Communication Hobbies and Crafts Philosophy and Religion Work World Family Life Holidays and Traditions Relationships Youth
- Browse Articles
- Learn Something New
- Quizzes Hot
- Happiness Hub
- This Or That Game
- Train Your Brain
- Explore More
- Support wikiHow
- About wikiHow
- Log in / Sign up
- Computers and Electronics
- Presentation Software
- PowerPoint Presentations
Simple Steps to Make a PowerPoint Presentation
Last Updated: July 23, 2024 Fact Checked
Creating a New PowerPoint
Creating the title slide, adding a new slide, adding content to slides, adding transitions, testing and saving your presentation.
This article was co-authored by wikiHow staff writer, Darlene Antonelli, MA . Darlene Antonelli is a Technology Writer and Editor for wikiHow. Darlene has experience teaching college courses, writing technology-related articles, and working hands-on in the technology field. She earned an MA in Writing from Rowan University in 2012 and wrote her thesis on online communities and the personalities curated in such communities. This article has been fact-checked, ensuring the accuracy of any cited facts and confirming the authority of its sources. This article has been viewed 4,347,064 times. Learn more...
Do you want to have your data in a slide show? If you have Microsoft 365, you can use PowerPoint! PowerPoint is a program that's part of the Microsoft Office suite (which you have to pay for) and is available for both Windows and Mac computers. This wikiHow teaches you how to create your own Microsoft PowerPoint presentation on a computer.
How to Make a PowerPoint Presentation
- Open the PowerPoint app, select a template and theme, then like “Create.”
- Click the text box to add your title and subtitle to create your title slide.
- Click the “Insert” tab, then “New Slide” to add another slide.
- Choose the type of slide you want to add, then add text and pictures.
- Rearrange slides by dragging them up or down in the preview box.
Things You Should Know
- Templates make it easy to create vibrant presentations no matter your skill level.
- When adding photos, you can adjust their sizes by clicking and dragging in or out from their corners.
- You can add animated transitions between slides or to individual elements like bullet points and blocks of text.
- If you don't have a Microsoft Office 365 subscription, you can use the website instead of the desktop app. Go to https://powerpoint.office.com/ to use the website version.
- You can also use the mobile app to make presentations, though it's easier to do this on a computer, which has a larger screen, a mouse, and a keyboard.
- If you don't want to use a template, just click the Blank option in the upper-left side of the page and skip to the next part.
- Skip this step if your selected template has no themes available.
- If you're creating a PowerPoint presentation for which an elaborate title slide has been requested, ignore this step.
- You can change the font and size of text used from the Home tab that's in the orange ribbon at the top of the window.
- You can also just leave this box blank if you like.
- You can also click and drag in or out one of a text box's corners to shrink or enlarge the text box.
- On a Mac, you'll click the Home tab instead. [1] X Research source
- Clicking the white slide-shaped box above this option will result in a new text slide being inserted.
- Title Slide
- Title and Content
- Section Header
- Two Content
- Content with Caption
- Picture with Caption
- Naturally, the title slide should be the first slide in your presentation, meaning that it should be the top slide in the left-hand column.
- Skip this step and the next two steps if your selected slide uses a template that doesn't have text boxes in it.
- Text boxes in PowerPoint will automatically format the bulk of your text for you (e.g., adding bullet points) based on the context of the content itself.
- You can add notes that the Presentation will not include (but you'll still be able to see them on your screen) by clicking Notes at the bottom of the slide.
- You can change the font of the selected text by clicking the current font's name and then clicking your preferred font.
- If you want to change the size of the text, click the numbered drop-down box and then click a larger or smaller number based on whether you want to enlarge or shrink the text.
- You can also change the color, bolding, italicization, underlining, and so on from here.
- Photos in particular can be enlarged or shrunk by clicking and dragging out or in one of their corners.
- Remember to keep slides uncluttered and relatively free of distractions. It's best to keep the amount of text per slide to around 33 words or less. [2] X Research source
- Slide content will animate in the order in which you assign transitions. For example, if you animate a photo on the slide and then animate the title, the photo will appear before the title.
- Make your slideshow progress automatically by setting the speed of every transition to align with your speech as well as setting each slide to Advance . [3] X Trustworthy Source Microsoft Support Technical support and product information from Microsoft. Go to source
- If you need to exit the presentation, press Esc .
- Windows - Click File , click Save , double-click This PC , select a save location, enter a name for your presentation, and click Save .
- Mac - Click File , click Save As... , enter the presentation's name in the "Save As" field, select a save location by clicking the "Where" box and clicking a folder, and click Save .
Community Q&A
- If you save your PowerPoint presentation in .pps format instead of the default .ppt format, double-clicking your PowerPoint presentation file will prompt the presentation to open directly into the slideshow view. Thanks Helpful 6 Not Helpful 0
- If you don't have Microsoft Office, you can still use Apple's Keynote program or Google Slides to create a PowerPoint presentation. Thanks Helpful 0 Not Helpful 0
- Your PowerPoint presentation (or some features in it) may not open in significantly older versions of PowerPoint. Thanks Helpful 1 Not Helpful 2
- Great PowerPoint presentations avoid placing too much text on one slide. Thanks Helpful 0 Not Helpful 0
You Might Also Like
- ↑ https://onedrive.live.com/view.aspx?resid=DBDCE00C929AA5D8!252&ithint=file%2cpptx&app=PowerPoint&authkey=!AH4O9NxcbehqzIg
- ↑ https://www.virtualsalt.com/powerpoint.htm
- ↑ https://support.microsoft.com/en-us/office/set-the-timing-and-speed-of-a-transition-c3c3c66f-4cca-4821-b8b9-7de0f3f6ead1#:~:text=To%20make%20the%20slide%20advance,effect%20on%20the%20slide%20finishes .
About This Article
- Send fan mail to authors
Reader Success Stories
Artis Holland
Sep 22, 2016
Is this article up to date?
Oct 18, 2016
Jul 23, 2016
Margery Niyi
Sep 25, 2017
Jul 21, 2016
Featured Articles
Trending Articles
Watch Articles
- Terms of Use
- Privacy Policy
- Do Not Sell or Share My Info
- Not Selling Info
wikiHow Tech Help Pro:
Level up your tech skills and stay ahead of the curve
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
Table of Contents. कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computers in Hindi) कंप्यूटर क्या है - What is Computer. कम्प्यूटर का जनक कौन है. कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में (Full form of computer ...
मई 6, 2024. Basics of Computer in Hindi: कंप्यूटर की बेसिक जानकारी जिसमें सॉफ़्टवेयर से लेके हार्डवेयर जैसे कि सीपीयू, मेमोरी, स्टोरेज जैसे घटक; संचालन; और ...
Full F orm of C omputer (कंप्यूटर का पूरा नाम). C - Common. O - Operating . M - Machine. P- Particularly. U- Used for . T - Technical. E - Educational. R - Research Generation of Computer (कंप्यूटर की पीढ़िया) प हली पीढ़ी. 1. 1940 से 1956 की अवधि, को कंप्यूटर ...
Step 1.When you start the computer, certain operating system files are loaded into RAM from the hard disk. The operating system displays the user interface on the screen. Operating system interface Operating system instructions Step 2.When you start a Web browser, the program's instructions are loaded into RAM from the hard disk.
Download ppt "Chapter 1: Introduction to Computer". Computer A computer is an electronic device, operating under the control of instructions stored in its own memory that can accept data (input), process the data according to specified rules, produce information (output), and store the information for future use.
PPT Kaise Banaye Laptop Me | How to make powerpoint presentationComputer or Laptop me powerpoint presentation banane ka aasaan aur sahi tarika aaj ke is vide...
Follow @Twitter: https://twitter.com/ishanllbFollow @Instagram: https://www.instagram.com/ishanllbJoin Our Telegram Channel : https://t.me/ishanmonitorMy Mic...
1. COMPUTER FUNDAMENTALSWe find computers everywhere around us at home, in schools, hospitals, railway stations, airports, banks, and s. opping malls and so on. Before we proceed with our study of computers, let us first o. all define a computer.A computer is an electronic machine that takes an input, processes it to pro.
Components of Computer in Hindi क्या होते हैं और यह कैसे काम करते हैं, इस ब्लॉग में इसकी विस्तार से जानकारी दी गई है। ... (26 September Ka Itihas) - 1998 में आज ही के दिन ...
कंप्यूटर क्या है - What is Computer in Hindi. कंप्यूटर एक electronic device है जो हमारी daily life में बहुत useful है। यह एक ऐसी मशीन है जो information को store, process और retrieve कर सकती है। आप इसे अपने दिमाग की ...
Ab computer mein jahan bhi aapko apni presentation save karni wahan par file ka naam daal kar save kar dein. Bas is baat ka dhyaan rakhein ke aapki file PPT format mein hi save ho rahi ho. Ab aap jab bhi is file ko kholenge, wo editable format mein khul jayegi. Agar aapko kuch bhi changes karne ho aap kar sakte hain aur present kar sakte hain.
Basic Computer (12 Slides) 6441 Views. 1. 2. Unlock a Vast Repository of Basic Computer PPT Slides, Meticulously Curated by Our Expert Tutors and Institutes. Download Free and Enhance Your Learning!
Best free data recovery software:https://bit.ly/2QmTQL0Follow @Twitter: https://twitter.com/ishanllbFollow @Instagram: https://www.instagram.com/ishanllbJoin...
In PowerPoint, you can create a presentation from scratch, or from a theme with built-in graphics, fonts, and placeholders for your text, images, and content...
How to Make a PowerPoint Presentation. Open the PowerPoint app, select a template and theme, then like "Create.". Click the text box to add your title and subtitle to create your title slide. Click the "Insert" tab, then "New Slide" to add another slide. Choose the type of slide you want to add, then add text and pictures.
All-In-One Online PDF and Image Solution: https://bit.ly/3fjmEUmPPT Kaise Banaye | PPT Kaise Banate Hai | PPT Laptop Computer Me Kaise BanayeNamaskar Dosto a...
This is the beginning Microsoft PowerPoint course that you've been waiting for! Learn everything you need to effectively use PowerPoint by watching just one ...